Share Market Update : विदेशी कोषों के प्रवाह और कुछ बड़ी कंपनियों एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में तेजी लौटी और दोनों प्रमुख सूचकांक करीब एक प्रतिशत तक चढ़ गए।सेंसेक्स 555.95 अंक यानी 0.91 प्रतिशत चढ़कर 61,749.25 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 165.95 अंक यानी 0.92 प्रतिशत तेजी के साथ 18,255.80 अंक पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 555.95 अंक यानी 0.91 प्रतिशत चढ़कर 61,749.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 604.61 अंक तक उछल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 165.95 अंक यानी 0.92 प्रतिशत तेजी के साथ 18,255.80 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा स्टील में बढ़त दर्ज की गई।
मार्च तिमाही में 20 प्रतिशत शुद्ध लाभ कमाने वाली आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी का शेयर 2.59 प्रतिशत चढ़ गया। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, नेस्ले, पावर ग्रिड, आईटीसी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में गिरावट रही।
शेयर बाजारों में इस तेजी के पीछे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की भूमिका को अहम माना जा रहा है। स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 1,338 करोड़ रुपए मूल्य की शुद्ध खरीदारी की थी।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कास्पी नुकसान में रहा। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में नकारात्मक दिशा में कारोबार कर रहे थे। इसके पहले बुधवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।
दरअसल, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नीतिगत ब्याज दर में एक और वृद्धि करने के फैसले का असर देखा गया। अमेरिका में ब्याज दर 0.25 प्रतिशत वृद्धि के साथ 16 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, हालांकि भारतीय बाजार ने फेडरल रिजर्व की इस वृद्धि को पूर्वानुमान के मुताबिक माना। इसके साथ विदेशी निवेशकों का समर्थन बने रहने और प्रमुख कंपनियों में खरीदारी से बाजार को तेजी मिली। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.18 प्रतिशत चढ़कर 73.15 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)