Share Market Update : वैश्विक बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच इंफोसिस, आईटीसी और बजाज फाइनेंस में खरीदारी होने से सोमवार को घरेलू शेयर बाजारों के दोनों प्रमुख सूचकांकों में 2 कारोबारी सत्रों के बाद तेजी लौट आई। सेंसेक्स 267.43 अंक यानी 0.41 प्रतिशत चढ़कर 65,216.09 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 83.45 अंक यानी 0.43 प्रतिशत तेजी के साथ 19,393.60 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 267.43 अंक यानी 0.41 प्रतिशत चढ़कर 65,216.09 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 387.16 अंक तक उछल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 83.45 अंक यानी 0.43 प्रतिशत तेजी के साथ 19,393.60 अंक पर बंद हुआ।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि कारोबारी सप्ताह की शुरुआत तेजी के साथ हुई है और बाजार करीब आधा प्रतिशत चढ़ गया। शुरुआती हिचकिचाहट के बाद निफ्टी ने भी रफ्तार पकड़ ली और अंतिम दौर में मुनाफावसूली होने के बावजूद बढ़त के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से बजाज फाइनेंस में सर्वाधिक 2.70 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा पावरग्रिड, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, नेस्ले, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन और एक्सिस बैंक में भी तेजी का रुख रहा।
दूसरी तरफ रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में गिरावट रही। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक ने 0.87 प्रतिशत की बढ़त हासिल की जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.71 प्रतिशत की तेजी देखी गई।
इस बीच, रिलायंस इंडस्ट्रीज से हाल ही में अलग की गई वित्तीय सेवा फर्म जियो फाइनेंशियल सर्विसेज सोमवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हो गई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, चीन में मानक ब्याज दर में कटौती उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से कई एशियाई बाजारों में गिरावट रही। यूरोपीय बाजार भी एक महीने की गिरावट के बाद उबरने में सफल रहे। यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार पिछले कारोबारी दिवस शुक्रवार को मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए थे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वैश्विक बाजारों में गिरावट के बाद सुधार का रुख रहने से घरेलू बाजारों खासकर आईटी शेयरों में खरीदारी को समर्थन मिला। हालांकि डॉलर सूचकांक के चढ़ने और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने से निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव की आशंका बनी हुई है।
नायर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल की ब्याज दर पर टिप्पणियों का निवेशकों को बेसब्री से इंतजार है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत चढ़कर 85.31 डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 266.98 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि कमजोर वृहद-आर्थिक परिदृश्य और वैश्विक मुद्रा बाजारों में उतार-चढ़ाव की वजह से बाजार में अस्थिरता का माहौल बरकरार रह सकता है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)