मुंबई। शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई और बंबई शेयर बाजार का मानक सूचकांक 316 अंक की गिरावट के साथ 33,000 से नीचे बंद हुआ। दूसरी तिमाही में सकारात्मक जीडीपी आंकड़ा भी बढ़ते राजकोषीय घाटे को लेकर चिंता को दूर करने में विफल रहा।
30 शेयरों वाला सूचकांक शुरुआती कारोबार में 33,300.81 अंक ऊपर तक गया और एक समय नीचे गिरते हुए 32,797.78 अंक तक चला गया। अंत में यह 316.41 अंक या 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 32,832.94 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स का यह 15 नवंबर के बाद का सबसे कमजोर स्तर है। उस समय यह 32,760.44 अंक तक चला गया था।
50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी एक समय 10,108.55 अंक तक चला गया था लेकिन अंत में 104.75 अंक 1.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,121.80 अंक पर बंद हुआ। पूरे सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 846.30 अंक या 2.51 प्रतिशत की गिरावट आई है, वहीं एनएसई निफ्टी 267.90 अंक या 2.57 प्रतिशत नीचे आया।
विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन तथा नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था जीएसटी के साथ कंपनियों के समायोजन के साथ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रही वहीं पहली तिमाही में यह 3 साल के न्यूनतम स्तर 5.7 प्रतिशत तक नीचे चली गई थी, हालांकि देश का राजकोषीय घाटा अक्टूबर में 2017-18 के बजटीय लक्ष्य का 96.1 प्रतिशत पहुंचने से धारणा प्रभावित हुई। राजस्व में कम प्राप्ति तथा व्यय में वृद्धि से राजकोषीय घाटा बढ़ा है। (भाषा)