मुंबई। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की चालू वित्त वर्ष की पहली ऋण एवं मौद्रिक नीति जारी होने से पहले निवेशकों के सतर्क, लेकिन सकारात्मक रुख से बुधवार को घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाइयों को छूने में कामयाब रहे।
बीएसई की 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 30 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार निकलने के बाद गत दिवस की तुलना में 0.21 प्रतिशत यानी 64.02 अंक चढ़कर 29,974.24 अंक पर बंद हुआ, जो इसका अब तक का उच्चतम बंद स्तर है।
साथ ही अब तक के इतिहास में यह सिर्फ दूसरी बार 30 हजार के पार जाने में कामयाब रहा है। इससे पहले 4 मार्च 2015 को कारोबार के दौरान इसने 30,024.74 अंक के स्तर को छुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.30 प्रतिशत यानी 27.30 अंक की तेजी के साथ नया रिकॉर्ड बनाते हुए 9,265.15 अंक पर रहा।
एमपीसी की दो दिवसीय बैठक के बाद गुरुवार को मौद्रिक नीति बयान जारी होगा। हालाकि ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है, लेकिन निवशेकों को भरोसा है कि इसमें बैंकों के पास नोटबंदी के बाद बड़ी मात्रा में जमा रकम को अर्थव्यवस्था में लाने के उपाय किए जाएंगे।
बाजार में लिवाली चौतरफा रही। रियलिटी समूह में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूह के शेयर भी करीब ढाई फीसदी चढ़े। सेंसेक्स की कंपनियों में अदानी पोर्ट्स ने साढ़े चार प्रतिशत का मुनाफा कमाया। मारुति सुजुकी के शेयर भी करीब साढ़े चार प्रतिशत चढ़े। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तीन प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखी गई।
सेंसेक्स 85.81 अंक की तेजी के साथ 29,996.03 अंक पर खुला। हालांकि खुलते ही यह लाल निशान में चला गया। शुरुआती क्षणों में ही 29,817.69 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद बाजार ने दोपहर से पहले हरे निशान में वापसी कर ली। कारोबार की समाप्ति से पहले 30,007.48 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 64.02 अंक ऊपर 29,974.24 अंक पर बंद हुआ। (वार्ता)