नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर उत्तर कोरिया को लेकर जारी चिंता के दबाव में दुनिया के अन्य शेयर बाजारों के साथ शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में लगातार 5वें दिन गिरावट रही और ये 6 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए।
बीएसई का सेंसेक्स 1.01 प्रतिशत यानी 317.74 अंक का गोता लगाते हुए 31,213.59 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.11 प्रतिशत यानी 109.45 अंक टूटकर 9,710.80 अंक पर आ गया। यह सेंसेक्स का 4 जुलाई और निफ्टी का 7 जुलाई के बाद का निचला स्तर है। इस सप्ताह सभी 5 कारोबारी दिवस घरेलू शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए। इस दौरान सेंसेक्स 1,111.82 अंक और निफ्टी 355.60 अंक गिर गया।
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने से एशियाई शेयर बाजार लाल निशान में रहे। इससे घरेलू बाजारों में भी निवेश धारणा कमजोर रही। सेंसेक्स 175.41 अंक फिसलकर 31,355.92 अंक पर खुला और पूरे दिन लाल निशान में रहा। इसका बीच कारोबार का उच्चतम स्तर दोपहर के समय 31,379.20 अंक का दर्ज किया गया। कारोबार की समाप्ति से पहले 31,128.02 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ। यह गत दिवस के मुकाबले 317.74 अंक लुढ़ककर 31,213.59 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 24 कंपनियां लाल और शेष 6 हरे निशान में रहीं। खराब तिमाही परिणाम से भारतीय स्टेट बैंक के शेयर सबसे ज्यादा 5.36 प्रतिशत टूटे। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 3 प्रतिशत और ओएनजीसी, एनटीपीसी, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर भी 2 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए। सबसे ज्यादा 3.20 प्रतिशत की तेजी डॉ. रेड्डीज लैब में देखी गई। सेंसेक्स के समूहों में सबसे ज्यादा दबाव धातु और ऑटो समूहों पर रहा। इनके सूचकांक क्रमश: साढ़े 3 और डेढ़ प्रतिशत से ज्यादा फिसले।
गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के लिए प्रावधान लगभग दुगना करने से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एसबीआई का एकल मुनाफा 20.45 प्रतिशत घटकर 2,005.53 करोड़ रुपए रह गया। उसका समग्र एनपीए पिछले साल 30 जून के 6.94 प्रतिशत से बढ़कर इस साल 30 जून को 9.97 प्रतिशत और एनपीए 4.05 प्रतिशत से बढ़कर 5.97 प्रतिशत हो गया है। (वार्ता)