नई दिल्ली। एशियाई बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच बैंकिंग और दवा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन टूटते हुए 1 सप्ताह से ज्यादा के निचले स्तर पर आ गए।
चौतरफा बिकवाली के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.74 प्रतिशत यानी 238.86 अंक लुढ़ककर 32,237.88 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.67 प्रतिशत यानी 67.85 अंक की गिरावट के साथ 10,013.65 अंक पर बंद हुआ। ये दोनों का 25 जुलाई के बाद का निचला स्तर है।
रिजर्व बैंक द्वारा बुधवार को नीतिगत दरों में की गई कटौती बाजार की उम्मीद से कम रहने से लगातार दूसरे दिन निवेश धारणा कमजोर रही। विशेषकर बैंकिंग, ऑटो और रियलिटी क्षेत्र पर इसका असर दिखा, साथ ही कंपनियों के खराब तिमाही परिणामों का प्रभाव भी देखा गया।
बुधवार को जारी परिणाम के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दवा कंपनी ल्युपिन का मुनाफा 67.20 प्रतिशत घटकर 354.12 करोड़ रुपए रह गया। इससे सेंसेक्स में गुरुवार को उसके शेयर लगभग 4 प्रतिशत टूट गए और वह सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली कंपनी रही।
सेंसेक्स गत दिवस की गिरावट से उबरने का प्रयास करता हुआ 25.81 अंक की तेजी के साथ 32,502.55 अंक पर खुला और यही इसका दिवस का उच्चतम स्तर भी रहा। चौतरफा बिकवाली के दबाव में आखिरी घंटे में 32,237.88 अंक के दिवस के न्यूनतम स्तर तक उतरते हुए यह गत दिवस के मुकाबले 238.86 अंक नीचे 32,237.88 अंक पर रहा। (वार्ता)