वित्त वर्ष में शेयर मार्केट ने दिया 5 फीसदी रिटर्न, मार्च में कैसी रही बाजार की चाल?
उतार-चढ़ाव से भरे इस वित्त वर्ष में सेंसेक्स कुल 3,763.57 अंक यानी 5.10 प्रतिशत उछला जबकि निफ्टी 1,192.45 अंक यानी 5.34 प्रतिशत चढ़ा
Share market in march : मार्केट की बात में इस हफ्ते हम बात करेंगे मार्च के चौथे हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार की चाल की। शेयर बाजार के लिए वित्त वर्ष का आखिरी माह कैसा रहा? शेयर बाजार एक्सपर्ट्स से बात कर हमने जाना कि कौन से सेंटिमेंट्स सेंसेक्स और निफ्टी पर कैसा असर डाल रहे हैं। अप्रैल में शेयर बाजार किस दिशा में आगे बढ़ेगा और विदेशी निवेशकों का रुख कैसा रहेगा?
मार्च में कैसी रही बाजार की चाल : मार्च का पहला हफ्ता निवेशकों के लिए नई उम्मीद लेकर आया था। 7 मार्च को समाप्त हुए हफ्ते में दोनों इंडेक्स क्रमश: 74,333 और 22,553 पर बंद हुए थे। इस तरह 1 हफ्ते में सेंसेक्स में 1,135 अंकों की बढ़त रही तो निफ्टी भी 428 अंक बढ़ गया। हालांकि दूसरे हफ्ते में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दिखाई दी। हफ्ते में केवल 4 दिन काम हुआ। इस हफ्ते सेंसेक्स में 504 अंक गिर गया वहीं निफ्टी में 156 अंकों की गिरावट दिखाई दी।
तीसरे हफ्ते में बाजार में भारी उछाल दिखाई दिया। सेंसेक्स 3076 अंक बढ़ गया तो निफ्टी में भी 953 अंकों का उछाल दिखाई दिया। वहीं वित्त वर्ष के आखिरी हफ्ते में सेंसेक्स ने 509.41 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की तेजी दर्ज की जबकि निफ्टी में 168.95 अंक यानी 0.72 प्रतिशत की बढ़त रही। इस तरह मार्च में सेंसेक्स 4000 अंक से ज्यादा बढ़ा तो निफ्टी में भी 1000 से ज्यादा अंकों की बढ़त हुई।
वित्त वर्ष 5 फीसदी का उछाल : उतार-चढ़ाव से भरे इस वित्त वर्ष में सेंसेक्स कुल 3,763.57 अंक यानी 5.10 प्रतिशत उछला जबकि निफ्टी 1,192.45 अंक यानी 5.34 प्रतिशत चढ़ा। इस वित्त वर्ष में एफपीआई ने इक्विटी से 1.27 लाख करोड़ की निकासी की है। अक्टूबर से ही भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली होने से इस प्रदर्शन को अच्छा ही कहा जाएगा। कहा जा रहा है कि अभी बाजार में बिकवाल हावी है लेकिन 2025 के अंत तक सभी चीजे व्यवस्थित हो जाएगी और बाजार एक बार फिर सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ता दिखाई दे सकता है।
कैसी रही बाजार की चाल : मार्च के तीसरे हफ्ते में तूफानी तेजी के बाद चौथे हफ्ते में भारतीय शेयर बाजारों ने सधा प्रदर्शन किया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरे निशान में रहे। हफ्ते ही शुरुआत बेहद शानदार रही। सोमवार को सेंसेक्स 1,078.87 अंक उछलकर 6 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 307.95 अंक बढ़ गया। 3 दिन शेयर बाजार हरे निशान में रहे तो 2 दिन लाल निशान में दिखाई दिए।
निफ्टी का बड़ा फैसला : सेबी के परामर्श के बाद सभी सूचकांक और शेयर वायदा-विकल्प की समाप्ति तिथि को गुरुवार से सोमवार करने की अपनी योजना को अगली सूचना तक टाल दिया है। यह बदलाव 4 अप्रैल 2025 से प्रभावी होना था। एनएसई ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि निफ्टी साप्ताहिक अनुबंध जो वर्तमान में गुरुवार को समाप्त हो रहे हैं, उन्हें सोमवार को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसके अलावा निफ्टी मासिक, त्रैमासिक और अर्ध-वार्षिक अनुबंधों की समाप्ति को समाप्ति माह के अंतिम गुरुवार से बदलकर अंतिम सोमवार किया जाएगा।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : शेयर बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने बताया कि ट्रंप टैरिफ, फाइनेंशियल ईयर एंडिंग की वजह से यह हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी उतार चढ़ाव भरा रहा। हफ्ते की शुरुआत सकारात्मक थी लेकिन अंत उतना उत्साहजनक नहीं रहा। सेंसेक्स में हफ्ते में 500 अंकों की बढ़त नगण्य है। टैरिफ वॉर और रूस यूक्रेन, हमास इजराइल युद्ध की वजह से बाजार में स्टेबिलिटी नहीं है। यह वोलेटाइल है, लोग पैसा लगाने में डर रहे हैं। बाजार फिलहाल पूरी तरह न्यूज बेस्ड नजर आ रहा है। बाजार बढ़ता है तो निवेशक प्रॉफिट बुक कर उसे फिर वहीं ला देते हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रंप टैरिफ की वजह से ऑटो कंपनियों के शेयरों में काफी गिरावट हुई। विदेशी निवेशकों ने इस हफ्ते भी बाजार में पैसा डाला। हालांकि यह निवेश लांग टर्म के लिए नहीं था। उन्होंने नीचे के स्तर पर खरीदारी की और प्रॉफिट बुक कर अपना पैसा बाहर भी निकाल लिया।
शेयर बाजार विशेषज्ञ मनीष उपाध्याय ने कहा कि पिछला हफ्ता मिला जुला रहा। डीआईआई ने जहां अपना पुराना माल बेचा वहीं एफआईआई ने खरीदारी है। फिलहाल बाजार खबरों पर चल रहा है। निफ्टी द्वारा एक्सपाइरी चेंज नहीं करने की खबर से बाजार में गिरावट आई। अब आईटी और बैंकिंग सेक्टर दम भर रहे हैं इसलिए बाजार में लंबी गिरावट की संभावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि निफ्टी में फिलहाल 1 हजार अंकों का मुवमेंट दिखाई दे रहा है। यह 23200 से 24200 के बीच ही रहेगा। इसी तरह सेंसेक्स में भी 1500 अंकों से ज्यादा की उठापटक की संभावना नहीं है।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।