मुंबई। एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच मजबूत निवेश धारणा के दम पर लगभग सभी समूहों में हुई लिवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार 1 प्रतिशत तक चढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.98 प्रतिशत यानी 289.72 अंक की छलांग लगाकर 29,910.22 अंक पर बंद हुआ, जो इसका अब तक का उच्चतम बंद स्तर है। इससे पहले इसका रिकॉर्ड बंद स्तर 29,681.77 अंक रहा था, जो 29 जनवरी 2015 को दर्ज किया गया था।
हालांकि बीच कारोबार के दौरान 04 मार्च 2015 को यह 30,000 के पार भी निकला था, जो कारोबार के दौरान का अब तक का उच्चतम स्तर बना हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 0.70 फीसदी यानी 64.10 अंक की तेजी के साथ 9,237.85 अंक पर बंद हुआ। यह इसका भी अब तक का रिकॉर्ड बंद भाव है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि विदेशों से मिले सकारात्मक रुख के अलावा रुपए के डॉलर के मुकाबले लगातार मजबूत होने के बावजूद रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हस्तक्षेप नहीं करने से निवेशकों में संदेश गया है कि सरकार और आरबीआई संभवत: मजबूत रुपए के पक्ष में हैं। इससे बीएसई के 20 में से 17 समूह हरे निशान में रहे। पूंजीगत वस्तुओं के समूह में करीब साढ़े 3 फीसदी और इंडस्ट्रीयल्स में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। सेंसेक्स की 30 में से 18 और निफ्टी की 51 में से 26 कंपनियां हरे निशान में रहीं।
साथ ही मार्च में विनिर्माण क्षेत्र में 5 महीने की सबसे तेज वृद्धि दर्ज किए जाने से भी बाजार में निवेशकों की लिवाली को बल मिला। निक्की द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार मार्च में विनिर्माण पीएमआई फरवरी के 50.7 से बढ़कर 52.5 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में एलएंडटी के शेयरों में सवा 5 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी रही। डॉ. रेड्डीज लैब, आईसीआईसीआई बैंक, गेल और एचडीएफसी के शेयरों में 4.32 प्रतिशत तक की बढ़त रही। जियो प्राइम के पंजीकरण की अवधि बढ़ाने की घोषणा के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी करीब 4 फीसदी मजबूत हुए। (वार्ता)