मुंबई। वैश्विक बाजारों में बड़े पैमाने पर बिकवाली के बीच घरेलू बाजार में भी बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 394 अंक लुढ़क गया। एनएसई निफ्टी भी 11,350 के स्तर से नीचे बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आर्थिक परिदृश्य को लेकर निराशाजनक रिपोर्ट से दुनियाभर में निवेशक धारणा पर असर पड़ा है।
कारोबारियों के अनुसार रुपए की विनिमय दर में तीव्र गिरावट और हाल की तेजी के बाद मुनाफावसूली से भी घरेलू शेयर बाजारों पर असर पड़ा। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और पूरे कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा। अंत में 394.40 अंक यानी 1.02 प्रतिशत का गोता लगाकर 38,220.39 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 96.20 अंक यानी 0.84 प्रतिशत टूटकर 11,312.20 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक नुकसान एचडीएफसी को हुआ। कंपनी का शेयर 2.35 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयर भी टूटे।
दूसरी तरफ सेंसेक्स के मात्र 5 शेयरों... एनटीपीसी, ओएनजीसी, पावर ग्रिड और टाटा स्टील में 6.87 प्रतिशत तक की तेजी आई। वैश्विक बाजारों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की जुलाई बैठक के ब्योरे का असर पड़ा। इसमें कोविड-19 महामारी के अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को रेखांकित किया गया है।
फेडरल ओपेन मार्केट कमेटी का कहना है कि महामारी से प्रभावित आर्थिक परिदृश्य के साथ वित्तीय प्रणाली को उल्लेखनीय जोखिम है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल रिजर्व ने श्रम बाजारों में पिछले महीने जो सुधार देखा था, उसमें तेजी बने रहने को संदेह जताया है।
वैश्विक स्तर पर बाजार इस उम्मीद पर निर्भर है कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पुनरूद्धार होगा तथा व्यापार सामान्य स्थिति में आएगा। हालांकि ब्योरे में कुछ भी नया नहीं है। बाजार ने उसी के अनुरूप गिरावट के रूप में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बैंक सूचकांक की अगुवाई में ज्यादातर खंडवार सूचकांक नुकसान में हैं।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह है। आज की तरह एक ओर गिरावट बाजार में नकारात्मकता ला सकती है। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग, जापान का तोक्यो और दक्षिण कोरिया के सोल में भारी गिरावट आई।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में बिकवाली दबाव देखने को मिला। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44.89 डॉलर प्रति बैरल रहा। इधर, विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे टूटकर 75.02 पर बंद हुआ। (भाषा)