Share Market Update : सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का जोर रहने से गुरुवार को स्थानीय शेयर बाजारों में हल्की गिरावट रही। 2 दिनों की तेजी के बाद दोनों मानक सूचकांक गिरकर बंद हुए। हालांकि उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में ऊर्जा, धातु एवं वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी आने से बाजार को काफी हद तक समर्थन मिला और गिरावट सीमित रही।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 64.66 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,408.39 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में यह 66,577.60 अंक के उच्च स्तर तक पहुंच गया लेकिन बाद में यह गिरकर 66,342.53 अंक के निचले स्तर तक आ गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मानक सूचकांक निफ्टी भी 17.35 अंक यानी 0.09 प्रतिशत गिरकर 19,794 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 19,772.65 अंक से लेकर 19,843.30 अंक के दायरे में रहा। विश्लेषकों के मुताबिक, दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के बुधवार को आए दूसरी तिमाही के नतीजे निवेशकों में भरोसा जगाने में नाकाम रहा। मिलेजुले तिमाही नतीजे आने से टीसीएस के शेयरों में 1.89 प्रतिशत की गिरावट आई। इसका असर इंफोसिस एवं एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयरों पर भी पड़ा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, टीसीएस के नतीजे उम्मीद से हल्के रहे। निकट अवधि में कमजोर संभावनाओं से आईटी क्षेत्र पर बिकवाली का दबाव रहा। हालांकि व्यापक बाजार (बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप) ने दूसरी तिमाही के अच्छे नतीजों की उम्मीद में मजबूती दिखाई।
सेंसेक्स के शेयरों में इंफोसिस को सबसे ज्यादा 2.29 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। इसी तरह एचसीएल टेक्नोलॉजीज में भी 1.75 प्रतिशत की गिरावट आई। बजाज फाइनेंस, नेस्ले, कोटक बैंक, एसबीआई, भारती एयरटेल एलएंडटी और एशियन पेंट्स के शेयर भी मुनाफावसूली के असर में गिर गए।
दूसरी तरफ मारुति सुजुकी के शेयर में 1.73 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील में भी तेजी रही। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.30 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.60 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, वैश्विक बाजारों ने अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने के पहले तेजी का रुख किया। इसके अलावा चीन के सबसे बड़े बैंकों में सरकारी संपदा कोष के हिस्सेदारी खरीदने की खबर ने भी माहौल बनाने का काम किया।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक बढ़त लेकर बंद हुए। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के शेयर बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख बना था।
इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से पूंजी की निकासी जारी रखी है। बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने बुधवार को शुद्ध रूप से 421.77 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)