मुंबई। वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेतों के बीच ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बैंकिंग शेयरों में बढ़त के चलते गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी का क्रम जारी रहा और सेंसेक्स 997 अंक चढ़ गया।
कारोबारियों ने कहा कि अप्रैल श्रृंखला के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों की अवधि समाप्त होने के कारण हुई खरीदारी ने भी बाजार की धारणा को बल दिया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक कारोबार के दौरान 1,167 अंक बढ़ने के बाद अंतत: 997.46 अंक यानी 3.05 प्रतिशत की मजबूती के साथ 33,717.62 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 33,887.25 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी 306.55 अंक यानी 3.21 प्रतिशत चढ़कर 9,859.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सर्वाधिक 13 प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। इसके अलावा एचसीएल टेक, हीरो मोटोकॉर्प, एनटीपीसी, टीसीएस, एमएंडएम, इंफोसिस और मारुति सुजुकी के शेयरों में भी तेजी रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज और टेक महिंद्रा के शेयर तिमाही परिणामों की घोषणा से पहले करीब 3 फीसदी ऊपर चढ़े।
हालांकि हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का शेयर गिरावट में रहा। सन फार्मा, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स भी नुकसान के साथ बंद हुए।
कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (पीसीजी रिसर्च) संजीव जरबड़े ने कहा कि कई देशों ने लॉकडाउन हटाने की बातें शुरू कर दी हैं। इससे अधिकांश प्रमुख वैश्विक बाजारों में इस सप्ताह तेजी का माहौल है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज में गिलियड की दवा के उत्साहजनक नतीजे आने की खबरों तथा टीके का मानव परीक्षण शुरू होने से भी बाजार की तेजी को बल मिला।
अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ एंथोनी फौसी ने कहा कि गिलियड साइंसेज के रीम्डेसिविर ने मरीजों के उबरने के समय में स्पष्ट, महत्वपूर्ण और सकारात्मक कमी लायी है।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की ठीक-ठाक बढ़त के साथ बंद हुआ। हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी सार्वजनिक अवकाश को लेकर बंद रहा। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में कुछ बढ़त में चल रहे हैं।
इस बीच कच्चा तेल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का वायदा नौ प्रतिशत की तेजी के साथ 26.40 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा सरकार द्वारा उद्योगों पर केंद्रित एक और प्रोत्साहन पैकेज की बढ़ती चर्चा ने भी निवेशकों की धारणा को सकारात्मक बनाया। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 57 पैसे बढ़कर 75.09 पर बंद हुआ। (भाषा)