Share Market Update : सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और धातु कंपनियों के शेयरों में खरीदारी के दम पर गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार पिछले सत्र की भारी गिरावट से उबरने में सफल रहे और मानक सूचकांक करीब आधा प्रतिशत चढ़कर बंद हुए। सेंसेक्स 335.39 अंक यानी 0.46 प्रतिशत चढ़कर 73,097.28 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 148.95 अंक यानी 0.68 प्रतिशत बढ़कर 22,146.65 अंक पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 335.39 अंक यानी 0.46 प्रतिशत चढ़कर 73,097.28 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 602.41 अंक उछलकर 73,364.30 तक पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेज का मानक सूचकांक निफ्टी भी 148.95 अंक यानी 0.68 प्रतिशत बढ़कर 22,146.65 अंक पर पहुंच गया। इसके साथ ही निफ्टी ने फिर से 22,000 अंक का स्तर हासिल कर लिया।
भारी नुकसान की कुछ हद तक भरपाई कर ली : इस तरह घरेलू शेयर बाजारों ने पिछले कारोबारी सत्र में हुए भारी नुकसान की कुछ हद तक भरपाई कर ली। बुधवार को सेंसेक्स 906.07 अंक यानी 1.23 प्रतिशत गिरकर 72,761.89 अंक और निफ्टी 338 अंक यानी 1.51 प्रतिशत गिरकर 21,997.70 अंक पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स की कंपनियों में से एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, विप्रो, भारती एयरटेल, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एशियन पेंट्स प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। दूसरी तरफ एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारतीय स्टेट बैंक और टाटा स्टील के शेयरों में गिरावट रही।
खुदरा मुद्रास्फीति के आने वाले आंकड़ों में राहत मिलने की उम्मीद : व्यापक बाजारों में भी खासा सुधार देखा गया। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 3.11 प्रतिशत और मिडकैप में 2.28 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, व्यापक बाजार में मझोली एवं छोटी कंपनियों के शेयरों का इस्तेमाल सौदेबाजी के लिए किया जा रहा है, जिससे वे मानक सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। थोक मुद्रास्फीति के फरवरी में चार महीने के निचले स्तर पर आने से खुदरा मुद्रास्फीति के आने वाले आंकड़ों में राहत मिलने की उम्मीद बढ़ी है।
थोक मुद्रास्फीति गिरावट के साथ 0.2 प्रतिशत पर आ गई : गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में थोक मुद्रास्फीति मामूली गिरावट के साथ 0.2 प्रतिशत पर आ गई, जबकि जनवरी में यह 0.27 प्रतिशत थी। इसके अलावा मजबूत घरेलू मांग और व्यापार एवं उपभोक्ता भरोसा की वजह से फिच रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,595.06 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान निक्की बढ़कर बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।
दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार ज़्यादातर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.76 प्रतिशत चढ़कर 84.67 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour