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सेंसेक्स में 1200 से ज्यादा अंकों का उछाल, क्या है निफ्टी का हाल?

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 8 अप्रैल 2025 (10:32 IST)
Share market news in hindi : एशियाई समकक्षों में सुधार और सभी क्षेत्रों में खरीदारी के बाद शेयर बाजारों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में तेजी से सुधार हुआ। आज शुरुआती कारोंबार में सेंसेक्स में 1284 अंकों की बढ़त दिखाई दी तो निफ्टी में भी 416 अंकों का उछाल दिखाई दिया। 
 
घरेलू बाजारों में सोमवार को निवेशकों को हैरान कर देने वाली गिरावट से उबरते हुए बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,283.75 अंक या 1.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74,421.65 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 415.95 अंक या 1.87 प्रतिशत चढ़कर 22,577.55 अंक पर रहा।
 
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को छोड़कर सेंसेक्स की सभी कंपनियों के शेयर सकारात्मक दायरे में रहे। टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, लार्सन एंड टूब्रो और टाटा स्टील सबसे अधिक फायदे में रहे। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयरों में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
 
एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की 225, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में रहे। निक्की 225 में पांच प्रतिशत से अधिक तेजी देखने को मिली। अमेरिकी बाजार डाओ जोंस सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए जबकि नैस्डेक और एसएंडपी 500 में मामूली उतार चढ़ाव दिखा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65.06 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
 
सेंसेक्स सोमवार को 2,226.79 अंक की गिरावट के साथ 73,137.90 अंक पर जबकि निफ्टी 742.85 अंक फिसलकर 22,161.60 अंक पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 9,040.01 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 12,122.45 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
 
रुपए में 7 पैसे की गिरावट : वैश्विक स्तर पर शुल्क युद्ध बढ़ने से उत्पन्न आर्थिक उथल-पुथल के बीच विदेशी पूंजी की भारी निकासी के कारण रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सात पैसे की गिरावट के साथ 85.83 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में सुधार से घरेलू मुद्रा में और गिरावट आई, हालांकि कमजोर अमेरिकी मुद्रा तथा घरेलू शेयर बाजारों में मजबूत सुधार से इसे कुछ सहारा मिला।
edited by : Nrapendra Gupta 

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