मुंबई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक भविष्य को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण दुनिया के लगभग सभी प्रमुख शेयर बाजारों के साथ घरेलू स्तर पर सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त गिरावट देखी गई।
सोमवार से बुधवार तक लगातार नई ऊंचाइयों को छूने के बाद बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.73 प्रतिशत यानी 223.98 अंक गिरकर 30.434.79 अंक पर आ गया। गत दिवस यह अब तक के रिकॉर्ड स्तर 30,658.77 अंक पर बंद हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.01 फीसदी यानी 96.30 अंक टूटकर 9,429.45 अंक पर आ गया। बुधवार को यह भी 9,525.75 अंक के अब तक रिकॉर्ड स्तर पर रहा था। इन खबरों के बाद कि ट्रंप ने पिछले साल हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी और उनके कई सहयोगियों के रूसी अधिकारियों के साथ गुपचुप संबंध हैं, निवेशकों में बाजार को लेकर आशंका व्याप्त है, इसलिए वे शेयरों में जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हैं और बिकवाल बने हुए हैं।
एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.27 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.45 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.62 प्रतिशत और जापान का निक्की 1.32 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में भी शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.91 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.32 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
घरेलू स्तर पर भी चौतरफा बिकवाली देखी गई। सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियां और निफ्टी की 51 में से 45 कंपनियां लाल निशान में रहीं। सेंसेक्स में टाटा मोटर्स के शेयर ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए। एक्सिस बैंक में दो प्रतिशत से अधिक और डॉ. रेड्डीज लैब में करीब 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बीएसई के 20 समूहों में आईटी और टेक को छोड़कर अन्य 18 समूह गिरावट में रहे। रियलिटी का सूचकांक 3 प्रतिशत से ज्यादा टूटा। बेसिक मटिरियल्स और धातु समूह ढाई प्रतिशत से ज्यादा तथा पूंजीगत वस्तुएं, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद और पावर समूहों में 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट रही। (वार्ता)