मुंबई। अमेरिका और चीन के बीच तनावों के कम होने की दिशा में दोनों देशों के प्रयास की खबरों के बीच निवेशकों ने जमकर लिवाली की जिससे अधिकतर विदेशी बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार में भी जबरदस्त तेजी दर्ज की गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 469.87 अंक की तेजी में 33,000 के आंकड़े के पार 33,066.41 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 132.60 अंक की बढ़त के साथ 10,000 के अंकड़े के पार 10,130.65 अंक पर बंद हुआ।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक अमेरिका के वित्तमंत्री स्टीवन नुचिन और व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर ने चीन के नवनियुक्त उपप्रधानमंत्री को लिउ हे को पत्र लिखा है और उन्हें इस तनाव को कम करने की दिशा में चीन को कुछ कदम उठाने की सलाह दी है।
अमेरिका द्वारा चीन के 60 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाने के बावजूद चीन का रुख अपेक्षाकृत नरम रहा है और अब अमेरिका ने भी नरमी के संकेत दिए हैं जिससे निवेशकों का भरोसा लौटा है। दोनों आर्थिक महाशक्तियों के बीच जारी लड़ाई के वैश्विक व्यापार युद्ध में तब्दील होने की आशंका के कारण सेंसेक्स गिरावट के साथ 32,536.44 अंक पर खुला।
कारोबार के शुरुआती घंटे में यह लाल निशान में रहा और 32,515.17 अंक के दिवस के निचले स्तर तक गया। अपराह्न 1 बजे के बाद इसमें तेजी लौटी और बैंकिंग, धातु, वित्त और सीडी समूह के सूचकांक में रही जबरदस्ती तेजी के दम पर 33,115.41 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक गया। यह अंतत: गत दिवस की तुलना में 1.44 प्रतिशत की भारी बढ़त लेता हुआ 33,066.41 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की मात्र 3 कंपनियां लाल निशान में रहीं। शेष सभी 27 कंपनियां हरे निशान में बंद हुईं। निफ्टी भी गिरावट के साथ 9,989.15 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,143.50 अंक के उच्चतम और 9,958.55 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.33 प्रतिशत की तेजी में 10,130.65 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 39 कंपनियां तेजी में और 11 गिरावट में रहीं।
बीएसई में कुल 2,927 कंपनियों के शेयर में कारोबार में जिनमें 173 के भाव अपरिवर्तित रहे। इनमें 1,550 कंपनियों के शेयर में गिरावट और 1,204 में तेजी रही। बीएसई के 20 में से 3 समूहों के सूचकांक में गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप 1.19 प्रतिशत की तेजी में 15,880.73 अंक पर और स्मॉलकैप 0.73 प्रतिशत की बढ़त में 16,923.37 अंक पर बंद हुआ। (वार्ता)