मुंबई। अमेरिका और चीन के बीच तनाव गहराने के बीच लिवाली सुस्त रहने के बावजूद शेयर बाजार गुरुवार को नए शिखर पर पहुंच गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक गुरुवार को 51.01 अंकों की तेजी के साथ 38,336.76 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 11.85 अंक की बढ़त के साथ 11,582.75 अंक पर पहुंच पाया।
अधिकतर विदेशी बाजारों में मजबूती रही। हालांकि कारोबार के अंतिम पहर में बाजार पर अमेरिका और चीन द्वारा एक-दूसरे के 16 अरब डॉलर के उत्पादों पर गुरुवार को 25 फीसदी का टैरिफ लागू किए जाने से वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच गई। इस दौरान अमेरिका फेडरल रिजर्व द्वारा सितंबर में एक बार फिर ब्याज दर बढ़ाए जाने के संकेत दिए जाने से भी निवेशकों का उत्साह कम हुआ।
इसके अलावा अमेरिकी तेल भंडार में आई गिरावट तथा ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण आपूर्ति के संकट तथा डॉलर की मजबूती से कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी का असर भी शेयर बाजार पर रहा। शुरुआत में विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर सेंसेक्स की शुरुआत बढ़त के साथ 38,416.65 अंक से हुई।
कारोबार के शुरुआती पहर में यह दिवस के उच्चतम स्तर 38,487.63 अंक तक पहुंचा लेकिन उत्तरार्द्ध में अमेरिका-चीन विवाद में आए नए मोड़ से यह लुढ़कता हुआ 38,227.36 अंक के दिवस के निचले स्तर तक आया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 0.13 प्रतिशत की तेजी बनाता हुआ 38,336.76 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 14 कंपनियां तेजी में रहीं जबकि शेष 16 कंपनियों में गिरावट रही।
निफ्टी भी तेजी के साथ 11,620.70 अंक से खुला और यही इसका दिवस का उच्चतम स्तर भी रहा। यह 11,546.70 अंक के दिवस के निचले स्तर से लुढ़कता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.10 प्रतिशत की तेजी में 11,582.75 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 27 कंपनियां गिरावट में और शेष 23 तेजी में रहीं। दिग्गज कंपनियों से अधिक मझौली कंपनियों में अधिक लिवाली हुई जबकि छोटी कंपनियां निवेशकों को लुभा नहीं पाईं।
बीएसई का मिडकैप 0.20 प्रतिशत यानी 32.50 अंक की तेजी में 16,595.48 अंक पर और स्मॉलकैप 0.14 यानी 24.24 अंक की गिरावट में 16,922.72 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,895 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 176 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे जबकि 1,217 में तेजी और 1,502 में गिरावट रही। (वार्ता)