पुरुषोत्तम मास में पीले रंग की चीजों का नैवेद्य चढ़ाने से भगवान अतिप्रसन्न होते है और अपने भक्तों पर अपनी असीम कृपा बरसाते हुए विशेष वरदान भी देते हैं। अगर आप भी अपनी मनोकामना पूर्ण करना चाहते हैं तो अवश्य पढ़ें यह विधि...
सामग्री :
500 ग्राम मोटा बेसन, एक कप दूध, एक छोटा इलायची पावडर, 4-5 केसर, 2 बड़े चम्मच घी, 750 ग्राम शक्कर।
विधि :
बेसन छान कर उसमें घी का मोयन डालकर दूध से कड़ा आटा गूंथ लें। अब मोटी-मोटी लोई बनाकर उसे मोटा रखकर पूड़ी जितना बड़ा बेल लें। ओवन गर्म करके उसमें मोटी रोटी रख दें। धीमी आँच पर दोनों तरफ से अच्छी तरह सेंक लें। ध्यान रखें कि इसमें ज्यादा दाग न पड़ने पाए।
दोनों तरफ सिंकने के पश्चात उसे गरम-गरम ही हाथ से बारीक मसलते जाए। थोड़ी ही देर बाद उसका बारीक बूरा तैयार हो जाएगा। इसे बड़ी छेदवाली चलनी से छान लें और बाकी बचे मिश्रण को मिक्सी में बारीक कर फिर छान लें। कड़ाही में थोड़ा-सा घी गरम करके तैयार मिश्रण को धीमी आँच पर गुलाबी होने तक और खूशबू आने तक सेकें।
शक्कर में 1 गिलास के करीब पानी डालकर 3 तार की चाशनी तैयार कर लें। चाशनी में एक चम्मच घी, इलायची, केसर और बेसन का सिका बूरा डालकर एकसार मिला दें। एक थाली में घी लगाकर मिश्रण को थाली में फैला दें। ठंडी होने पर बर्फी के आकार में काट लें।
बेसन की स्वादिष्ट बर्फी से भगवान को नैवेद्य चढ़ाएं और वरदान पाएं।