Vasant Panchami Naivedya: संतरे की बासुंदी गुजरात का एक लोकप्रिय व्यंजन हैं। यदि वसंत पंचमी के दिन आप देवी सरस्वती को यह भोग लगाते हैं तो माता प्रसन्न होकर आपकी झोली खुशियों से भर देंगी तथा आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलने लगेगी।
तो आइए देर किस बात की, जानते हैं यहां संतरे की बासुंदी (Orange basundi) बनाने की एकदम सरल विधि-
संतरे की बासुंदी-
सामग्री : 5 संतरे,
2 लीटर दूध,
250 ग्राम शकर,
1/4 चम्मच इलायची पाउडर,
केसर के लच्छे,
मेवे की कतरन।
विधि :
संतरे की बासुंदी बनाने के लिए सर्वप्रथम दूध को गर्म कर लें, फिर शकर डालकर गाढ़ा होने तक अच्छी तरह उबाल लें।
दूध को तब तक उबालें जब तक दूध आधा न रह जाएं।
फिर आंच से उतार लें और ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें।
अब 2 संतरे का रस निकाल लें और 3 संतरे को छीलकर कली अलग-अलग करें और फ्रिज में रख दें।
दूध ठंडा होने पर संतरे का रस व कली उबले हुए ठंडे दूध में मिला लें।
अब इलायची पाउडर डालें, केसर घोंटकर डालें।
ऊपर से मेवे की कतरन बुरकाएं और संतरे की बासुंदी का देवी सरस्वती को भोग लगाएं।