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हनुमान जयंती पर क्या क्या बनाएं, जानें 10 पारंपरिक भोग/ नैवेद्य

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WD Feature Desk

, शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025 (10:48 IST)
Lord Hanuman special bhog: हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्मोत्सव का पावन दिन है। इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और उन्हें विभिन्न प्रकार के नैवेद्य (भोग) अर्पित किए जाते हैं। यहां 10 पारंपरिक और प्रिय नैवेद्य की विधियां दी गई हैं जिन्हें आप हनुमान जयंती पर बना सकते हैं:ALSO READ: राम नवमी पर क्या क्या बनाएं, जानें 10 पारंपरिक भोग
 
1. बेसन के लड्डू (Besan Laddu): यह हनुमान जी को बहुत प्रिय माने जाते हैं।
- सामग्री: 1 कप बेसन, 1/2 कप घी, 1/2 कप पिसी चीनी (बूरा), 1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे (वैकल्पिक)।
- विधि: कढ़ाई में घी गरम करें और बेसन डालकर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। आंच बंद कर दें और पिसी चीनी, इलायची पाउडर और मेवे मिलाकर लड्डू बना लें।
 
2. बूंदी के लड्डू (Boondi Laddu): यह भी हनुमान जी को अर्पित किए जाने वाले लोकप्रिय नैवेद्य में से एक है।
- सामग्री: 1 कप बेसन, पानी (घोल बनाने के लिए), घी (तलने के लिए), 1 कप चीनी, 1/2 कप पानी (चाशनी के लिए), इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे।
- विधि: बेसन का पतला घोल बनाएं। गरम घी में बूंदी तल लें। चीनी और पानी की एक तार की चाशनी बनाएं। चाशनी में बूंदी, इलायची पाउडर और मेवे डालकर मिलाएं और लड्डू बना लें।
 
3. इमरती (Imarti): यह उड़द दाल से बनी मीठी जलेबी जैसी होती है और हनुमान जी को अर्पित की जाती है।
- सामग्री: 1 कप उड़द दाल (भिगोई हुई), केसरिया रंग, घी (तलने के लिए), 1 कप चीनी, 1/2 कप पानी (चाशनी के लिए), इलायची पाउडर।
- विधि: भीगी हुई दाल को पीस लें। रंग मिलाएं। कपड़े या कोन से इमरती का आकार बनाकर गरम घी में तल लें। चीनी और पानी की चाशनी बनाएं। तली हुई इमरती को चाशनी में डुबोकर निकाल लें।
 
4. गुलाब जामुन (Gulab Jamun): यह खोया और पनीर से बनी लोकप्रिय मिठाई भी हनुमान जी को अर्पित की जा सकती है।
- सामग्री: 1 कप खोया (मावा), 1/4 कप पनीर, मैदा, बेकिंग सोडा, घी (तलने के लिए), 1 कप चीनी, 1/2 कप पानी (चाशनी के लिए), इलायची पाउडर, केसर।
- विधि: खोया, पनीर, मैदा और बेकिंग सोडा मिलाकर गूंथ लें। छोटे गोले बनाकर गरम घी में सुनहरा होने तक तल लें। चीनी और पानी की चाशनी बनाएं। तले हुए गुलाब जामुन को चाशनी में डुबोकर निकाल लें।
 
5. पंचामृत (Panchamrit): यह पांच पवित्र पदार्थों का मिश्रण हनुमान जी को अर्पित किया जाता है।
- सामग्री: 1 कप दूध, 1/2 कप दही, 1 चम्मच घी, 1 चम्मच शहद, 1 चम्मच चीनी, कुछ तुलसी के पत्ते।
- विधि: सभी सामग्री को एक साथ मिलाएं और हनुमान जी को अर्पित करें।
 
6. केसरिया चावल (Kesariya Chawal): मीठे केसरिया चावल भी हनुमान जी को भोग के रूप में चढ़ाए जाते हैं।
- सामग्री: 1 कप चावल, 1/2 कप चीनी, 1/4 कप घी, केसर के धागे (गरम दूध में भिगोए हुए), इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे।
- विधि: चावल धोकर भिगो दें। घी गरम करें और उसमें चावल डालकर हल्का भून लें। पानी और केसर वाला दूध डालकर चावल पकने दें। चीनी, इलायची पाउडर और मेवे डालकर मिलाएं।
 
7. हलवा (Halwa): सूजी या आटे का हलवा हनुमान जी को अर्पित किया जा सकता है।
- सामग्री (सूजी का हलवा): 1 कप सूजी, 1 कप चीनी, 1 कप घी, 3 कप पानी, 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर, कटे हुए मेवे।
- विधि: पानी उबालकर उसमें चीनी डालकर चाशनी बना लें। कढ़ाई में घी गरम करें और सूजी को धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। चाशनी धीरे-धीरे सूजी में डालते हुए लगातार चलाते रहें ताकि गुठलियां न पड़ें। इलायची पाउडर और मेवे डालकर मिलाएं। घी छोड़ने तक पकाएं।
 
8. गुड़ और चना (Jaggery and Gram): यह हनुमान जी को अर्पित किए जाने वाले सबसे सरल और पारंपरिक नैवेद्य में से एक है। भुने हुए चने और गुड़ का भोग लगाया जाता है।
 
9. पान (Betel Leaves): इस खास अवसर पर कुछ स्थानों पर हनुमान जी को पान का बीड़ा भी अर्पित किया जाता है।
 
10. फल (Fruits): ताजे फल जैसे केला, आम, अमरूद, अनार आदि हनुमान जी को अर्पित करें। उन्हें लाल रंग के फल विशेष रूप से प्रिय माने जाते हैं।
 
ध्यान रहें कि इन भोगों को बनाते समय साफ-स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखें और प्रेम भाव से भगवान हनुमान को अर्पित करें। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: चैत्र नवरात्रि में माता को प्रसन्न करने के लिए 9 दिनों तक लगाएं ये 9 भोग
 

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