अबू धाबी: पिछले हफ्ते में भारतीय टीम को जितनी आलोचना का सामना करना पड़ा था उतना पिछले 2-3 सालों में शायद ही कभी किया हो। भारतीय टीम मायूस है लेकिन अब जीत खत्म करने का इंतजार है। भारतीय टीम छोटी दिवाली को बड़ा करना चाहेगी और क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों की नारजगी दूर कर अफगानिस्तान पर एक बड़ी जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी ताकि आगे जाकर एक करिश्मे की उम्मीद रहे।
भारतीय क्रिकेट टीम यहां टी-20 विश्व कप में बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में अपनी हार का सिलसिला रोकने उतरेगी। हालांकि उसके सामने अफगानिस्तान का विश्वस्तरीय स्पिन गेंदबाजी अटैक होगा। भारत को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरुआती दो मैचों में बुरी तरह हार मिली थी।
अबू धाबी के शेख जायद क्रिकेट स्टेडियम में शाम 7.30 बजे शुरू होने वाला सुपर 12 चरण का यह मुकाबला काफी कुछ तय करेगा। इस मुकाबले से ग्रुप दो में स्थिति कुछ हद तक स्पष्ट हो जाएगी। इस मैच में हार के साथ भारतीय टीम की टूर्नामेंट में आगे जाने के उम्मीदें पूरी तरह खत्म हो जाएंगी, जबकि अफगानिस्तान जीत के साथ टॉप दो में बना रहेगा। उसका नेट रन रेट भी काफी अच्छा है। भारतीय टीम की हालांकि बड़े अंतर से मैच जीतने की स्थिति में उम्मीदें बरकरार रह सकती हैं।
अफगानिस्तान पहले से काफी बेहतर
दोनों टीमों के प्रदर्शन की तुलना करें तो अफगानिस्तान ने अब तक भारत से कहीं बढ़िया क्रिकेट खेल कर दिखाया है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में अफगान खिलाड़ियों ने खुद को साबित किया। टीम की गेंदबाजी तो ठीक थी ही, लेकिन इस बार बल्लेबाजों ने भरोसेमंद प्रदर्शन किया है। उसकी बल्लेबाजी कितनी अच्छी रही है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौजूदा टी-20 विश्व कप सीजन में अब तक संयुक्त रूप से सर्वाधिक टीम स्कोर (190) अफगानिस्तान के ही नाम है जो उसने स्कॉटलैंंड के खिलाफ अपने पहले लीग मैच में बनाया था। वहीं गेंदबाजी में करिश्माई स्पिनर राशिद खान, मुजीब उर-रहमान और कप्तान मोहम्मद नबी के अलावा नवीन उल-हक अच्छे दिखे हैं। मुजीब के खेलने पर हालांकि अभी अनिश्चितता बनी हुई है।
दूसरी ओर अब तक बल्ले और गेंद के साथ जूझती दिखी भारतीय टीम के सामने अफगानिस्तान के वर्ल्ड क्लास स्पिन गेंदबाजी को खेलने की मुश्किल चुनौती होगी। भारत का टॉप और मिडल आर्डर टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता है। लोकेश राहुल, रोहित शर्मा, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव अब तक ज्यादा कुछ नहीं कर पाए हैं और अब उन्हें अफगानिस्तान की स्पिन गेंदबाजी के आगे खुद को साबित करना होगा। भारतीय गेंदबाज भी अब तक फीके दिखे हैं। उनसे उस तरह की गेंदबाजी देखने को नहीं मिल रही है, जिसने भारत को कई मैच जिताए हैं। प्रमुख एवं विकेटटेकिंग गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भी न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में दो विकेट मिले थे। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में वह भी संघर्ष करते दिखे थे। मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाजों का प्रदर्शन भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के खिलाफ मिली बड़ी हार के बाद भारतीय टीम में दो बदलाव किए गए थे। सूर्यकुमार यादव की जगह पर ईशान किशन, जबकि भुवनेश्वर कुमार के स्थान पर शार्दुल ठाकुर को टीम में जगह दी गई थी और अब न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भी टीम में बदलाव देखने को मिल सकता है। अनुभवी एवं सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम में जगह दी जा सकती है।
भारत और अफगानिस्तान के बीच अब तक दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले गए हैं और दोनों भारत ने अपने नाम किए हैं। टी-20 विश्व कप के 2009 संस्करण में दोनोंं भिड़े थे और इसमें भारत ने सात विकेट से जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरा मैच 2012 में हुआ था, जिसमें भारत 23 रन से जीता था।
अफगानिस्तान: मोहम्मद नबी (कप्तान), राशिद ख़ान, मुजीब-उर-रहमान, रहमानउल्लाह गुरबाज़ (विकेटकीपर), करीम जनत, हज़रतउल्लाह ज़ज़ई, गुलबदीन नईब, उस्मान घनी, नवीन-उल-हक़, शराफुद्दीन अशरफ, हामिद हसन, नजीबउल्लाह ज़दरान, हशमतउल्लाह शाहिदी, मोहम्मद शहज़ाद (विकेटकीपर), फ़रीद अहमद
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर