न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन 901 अंको के साथ टेस्ट रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं उनसे ऊपर सिर्फ जो रूट है लेकिन टी-20 विश्वकप फाइनल में उन्होंने अपना टी-20 रूप चालू किया।
मिचेल के आउट होने के बाद क्रीज पर आए केन विलियमसन ने पहले तो 13 गेंदो में 7 रन बनाए लेकिन जब उन्हें लगा कि अमूमन आक्रामक अंदाज से बल्लेबाजी करने वाले केन विलियमसन ने अपना टी-20 प्रारुप दिखाना शुरु कर दिया।
ग्लेन मैक्सवेल की दो गेंदो पर 2 छक्के मारकर केन विलियमसन ने 32 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसमें से एक छक्का तो उन्होंने एक हाथ से जड़ा। केन विलियमसन ने इसके अलावा 5 चौके भी जड़े।
केन विलियमसन की यह पारी इस कारण भी दिलचस्प है क्योंकि अमूमन केन तकीनीक रूप से सक्षम बल्लेबाज माने जाते हैं और टी-20 में सामने वाले बल्लेबाजों की यह जिम्मेदारी रहती है कि वह रन रेट बढ़ाए लेकिन आज केन विलियमसन ने बिना देर करे यह जिम्मेदारी अपने सिर ओढ़ ली।
हालांकि आज कप्तान केन विलियमसन उतने भाग्यशाली साबित नहीं हुए। टॉस ऑस्ट्रेलिया ने जीता और न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा। केन ने टॉस के वक्त माना कि वह भी पहले गेंदबाजी करने में दिलचस्पी रखते लेकिन इसके बाद उन्होंने बल्लेबाजी में अपना रंग दिखाया।
गौरतलब है कि केन विलियमसन ने इस टी-20 विश्वकप में कोई खास बड़ी पारी नहीं खेली थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अमूमन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और वह टी-20 विश्वकप फाइनल हो तो कहने ही क्या।अब यह देखना होगा कि केन के यह तोबड़तोड़ पारी अपनी टीम के काम आ पाती है या नहीं।
केन विलियमसन हालांकि अपना शतक नहीं बना सके और 48 गेंदो में 10 चौके और 3 छक्कों की मदद से 85 रन बनाए थे। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 177 की रही। विलियमसन को जोश हेजलवुड ने स्मिथ के हाथों कैच आउट किए गए।