अबू धाबी: मौजूदा आईसीसी टी-20 विश्व कप के अपने पहले क्वालीफायर मुकाबले में नामीबिया पर सात विकेट से आसान जीत दर्ज करने के बावजूद श्रीलंका अपने शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी को लेकर चिंतित है।नामीबिया के खिलाफ तो श्रीलंका को सिर्फ 97 रन बनाने थए लेकिन आयरलैंड के खिलाफ बल्लेबाजों का चलना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि वनडे विश्वकप में आयरलैंड ने पाकिस्तान से लेकर इंग्लैंड तक को धूल चटाई है। यह टीम बड़े उलटफेर करने के लिए जानी जाती है। इस कारण लंका को अपनी बल्लेबाजी पर काम करना होगा।
दरअसल इस मैच में उसके तीनों शीर्ष क्रम के बल्लेबाज पथुम निसंका, कुशल परेरा और दिनेश चांदीमल ज्यादा कुछ नहीं कर पाए थे। तीनों क्रमश: पांच, 11 और पांच रन बना कर आउट हो गए थे, हालांकि बाद में मध्य क्रम के बल्लेबाजों अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षे ने शानदार पारियां खेल कर टीम को आसान जीत दिलाई थी। फर्नांडो ने जहां दो छक्कों की बदौलत 28 गेंदों पर 30, वहीं राजपक्षे ने चार चौकों और दो छक्कों के सहारे 27 गेंदों पर 42 रन की विस्फोटक पारी खेली थी।
इस बारे में राजपक्षे का मानना है कि अभी भी टीम में सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि टीम को आयरलैंड के खिलाफ अपने अगले मुकाबले में कुछ क्षेत्रों में बेहतर करना होगा, जो नीदरलैंड के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद मैच खेलेगा। उनके मुताबिक शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी टीम के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय है।
राजपक्षे ने एक बयान में कहा, “ यह हमेशा किसी भी टीम और किसी भी व्यक्ति के लिए सीखने की अवस्था होती है। हम सभी प्रदर्शनों से खुश नहीं हो सकते, क्योंकि हमें कई हिस्सों में सुधार करने की जरूरत है, लेकिन हम फ्रंट लाइन गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश हो सकते हैं, क्योंकि उन्होंने हमारे लिए लय सेट की है और इससे बल्लेबाजों के लिए चीजें बहुत आसान हो गई हैं। हम पावरप्ले में रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और विकेट खो रहे हैं, इसलिए जब भी बात शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की आती है तो थोड़ी चिंता है। वे रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और यह हमारे लिए अच्छा नहीं है। ”
श्रीलंकाई बल्लेबाजी का यह भी मानना है कि टूर्नामेंट में आगे जाकर ओस बड़ी भूमिका निभाएगी और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों को फायदा देगी। उन्होंने कहा, “ नामीबिया के खिलाफ मैच में पहले गेंदबाजी करने का सबसे बड़ा कारण यह भी था कि हम जानते थे कि शाम को यहां थोड़ी बहुत ओस रहेगी। आेमान में अभ्यास मैचों में ओस ने बड़ी भूमिका निभाई थी। बाद में गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज ओस के कारण सही तरीके से गेंद नहीं पकड़ पाए। हमें पता था कि अबू धाबी में परिस्थितियां समान होंगी। ”