अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (All India Football Federation AIFF) ने शुक्रवार को कहा कि वह बर्खास्त किए गए कोच इगोर स्टिमक (Igor Stimac) के अपने कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों के खिलाफ तीखे हमले का अगले 48 घंटों में जवाब देगा।
स्टिमक ने देश में फुटबॉल से संबंधित सभी समस्याओं के लिए एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे (Kalyan Chaubey) को जिम्मेदार ठहराया था।
भारत के कतर से दूसरे दौर के अंतिम ग्रुप मैच में हारकर 2026 विश्व कप क्वालीफायर (FIFA World Cup Qualifiers) से बाहर होने के बाद स्टिमक को बर्खास्त कर दिया गया। स्टिमक ने ऐसा करने के लिए एआईएफएफ को धमकी दी कि अगर दस दिन के भीतर उनका बकाया भुगतान नहीं किया गया तो वह फीफा ट्रिब्यूनल में उसके खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।
एआईएफएफ ने शुक्रवार को स्टिमक की प्रेस कांफ्रेंस के बाद जारी एक बयान में कहा, हमारे संज्ञान में आया है कि भारतीय पुरुष टीम के पूर्व मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने एआईएफएफ और उसके कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के कामकाज से संबंधित मीडिया में कुछ टिप्पणियां की हैं। एआईएफएफ अगले 48 घंटों में इस संबंध में एक बयान जारी करेगा।
अपनी लंबी ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में स्टिमक ने कहा कि भारतीय फुटबॉल कैद है जिसके लिए उन्होंने चौबे को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान झूठ और अधूरे वादों से तंग आ चुके थे।
स्टिमक ने कहा, कल्याण चौबे जितनी जल्दी एआईएफएफ छोड़ेंगे, भारतीय फुटबॉल के लिए उतना ही बेहतर होगा।
उन्होंने कहा, कल्याण सिर्फ लोकप्रिय होने के बारे में चिंतित रहते हैं। हाल में मीडिया बैठकों से भी यह पता चलता है। वह एक नेता हैं लेकिन कोलकाता तक में उन्हें कोई नहीं जानता। हमें भारतीय फुटबॉल का नेतृत्व करने के लिए किसी मजबूत और प्रभावशाली व्यक्ति की जरूरत है।
स्टिमक ने कहा, कल्याण की प्राथमिकता भारतीय फुटबॉल की भलाई के बारे में सोचने के बजाय सोशल मीडिया पर क्लिक बढ़ाना और मशहूर खिलाड़ियों के साथ फोटो खिंचवाना है।
उन्होंने कहा, फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। लेकिन भारत एकमात्र ऐसा स्थान है जहां फुटबॉल का विकास नहीं हो रहा है। (भाषा)