PM Narendra Modi with Team India T20 World Cup : 29 जून को दूसरा टी20 वर्ल्ड कप जीतकर जब टीम इंडिया स्वदेश वापस लौटी तब उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई जहां उन्होंने खिलाड़ियों के साथ बात की और उन्हें बधाई दी, बताया कि उन्हें कितना गर्व है अपने खिलाड़ियों पर जिन्होंने दुनिया में एक बार फिर भारतीय क्रिकेट का लोहा मनवाया और बारबाडोस के मैदान में झंडा गाड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने टी20 वर्ल्ड कप फाइनल मैच के मैन ऑफ द मैच विराट कोहली से उनके प्रदर्शन के बारे में और उनकी उतार चढाव के बारे में पूछा जहां उन्होंने पहले 7 मैचों में सिर्फ 75 रन बनाए थे और फाइनल में 76 रनों की पारी खेल कमाल कर दिया।
कोहली ने मोदी जी को जवाब दिया कि उन मैचों में जब वे फ्लॉप रहे थे उन्होंने सोचा था कि वे खेल लेंगे बना लेंगे रन, ऐसे में उनका अहंकार उनके बीच में आ गया था लेकिन और जब खेल में अहंकार आ जाता है तो खेल दूर चला जाता है और आप पीछे रह जाते हो।
उन्होंने कहा कि फिर चीज़ें ऐसी स्थिति में आ गई थी कि मुझे अपने अहंकार को पीछे रखना पड़ा और जब फिर मैंने खेल तो इज्जत दी तो खेल ने मुझे इज्जत दी। आखिरी मैच में उन्होंने खेल को समझा और कमाल किया। उनका कहना था कि आपको आपके के करियर में कितना भी वक्त हो जाए, चाहे आप कितनी भी उपलब्धियों को हांसिल करलें, आपके अंदर कभी अहंकार नहीं आना चाहिए।
आपको हमेशा ही खेल की इज़्ज़त करनी होती है और खेल को खुदसे पहले रखना होता है। विराट जबसे खेल जगत में आएं उन्होंने कभी पीछे मूड कर नहीं देखा और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते गए। आज उनका नाम दुनियाभर में मशहूर है, यहाँ तक कि दूसरे खेल के बड़े दिग्गज भी उनके सामने झुकते हैं लेकिन सभी कुछ पाकर भी अपनी गलती मानना और उसे स्वीकार कर उसपर काम करना ही बड़े इंसान की निशानी होती है।
जब मोदी ने पूछा कि फॅमिली का कैसा रिएक्शन था जब आप लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, विराट कोहली ने कहा कि एक तो अच्छी बात यह है कि टाइम जोन ज्यादा है इसलिए इतना वक्त नहीं मिल पाता था घर वालों से बात करने के लिए क्योंकि मम्मी ज्यादा टेंशन ले लेती हैं।
और जब उतार चल रहा था तो मैंने राहुल भाई (कोच राहुल द्रविड़) से भी यही कहा कि ये चीज़ें मेरे जहन में रहेगी कि मैंने अभी तक अपने और अपनी टीम के साथ न्याय नहीं किया, राहुल भाई ने मुझे यही कहा कि कोई बात नहीं जब सिचुएशन आएगी तब तू चलेगी और फाइनल में भी रोहित से मैंने कहा था कि शायद जैसा मैं सोच रहा हूँ वैसा वहां न हो लेकिन जब लगातार 3 चौके लगे तब मैंने सोचा कि देखो दिन भी कैसे होते हैं किसी दिन आप एक रन नहीं बना पाते और किसी दिन पूरा मैदान आपका होता है और जब लगातार विकेट गिर रहे थे तब मेरा फोकस इसी चीज़ पर था कि मैं टीम को उस स्थिति में पंहुचा दूँ जहां से वे जीत सके।
ये जीत मैं कभी नहीं भूल पाउँगा मैं ख़ुशी महसूस करता हूँ कि भारत की इतनी बड़ी जीत में मैं योगदान दे सका।
विराट की कुछ बातें आम जिंदगी में भी लागू होती हैं, किसी दिन आप सातवे आसमां पर होते हो, कई दिनों आप आपका समय अच्छा नहीं होता लेकिन ऐसे में दो चीजें बहुत महत्वपूर्ण होती है, पहला आपका खुद पर विश्वास और दूसरा आपके बुरे समय में, उतार के वक्त कौन आपका साथ देता है, कौन आपको सपोर्ट कर बैक करता है ठीक उसी तरह जिस तरह कोच और कप्तान ने हमेशा विराट को बैक किया और उन्हें उनकी याद दिलाई और बताया वे क्या कर सकतें हैं इसलिए उन्हें कुछ बुरी चंद परियों की वजह से निराश होने की जरुरत नहीं है। विराट ने ठीक वैसा ही किया और महत्वपूर्ण पल में अपना साहस और हुनर दिखा कर देश का नाम ऊँचा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलिंपिक 2028 में क्रिकेट को लेकर भी चर्चा की जहाँ क्रिकेट भी जोड़ा गया है, राहुल द्रविड़ ने कहा कि वे भाग्यशाली महसूस करते हैं और उन्होंने विराट कोहली की तरफ देख कहा इनमे से कई खिलाडी तब तक खेलेंगे और जब ओलिंपिक में गोल्ड आएगा तो उसकी ख़ुशी कुछ अलग ही रहेगी।
टी20 वर्ल्ड कप जीतकर जब भारतीय टीम वापस लौटी और मुंबई में विक्ट्री परेड निकाली गई, वो सिर्फ भारत में क्रिकेट के प्रति कितना प्यार है उसकी सिर्फ एक झलक थी लेकिन दूसरे खेलों की एहमियत के बारे में भी बात करते हुए नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि हमें उन्हें भी ऐसे ही सपोर्ट करना है, आगे बढ़ाना है।
आपको बता दें इस बार ओलंपिक 26 जून से 11 अगस्त तक खेल फ़्रांस की राजधानी पेरिस में खेला जाएगा जहां हमारे 120 खिलाड़ी भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत की कोशिश है कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी हम अपने देश में करें। इस दिशा में हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर बहुत काम चल रहा है।