काबुल। अफगानिस्तान की सत्ता तालिबान पूरी तरह से काबिज हो गया है। हालांकि वह यह दर्शाने की कोशिश कर रहा है कि उसका यह शासन पिछली बार की तरह नहीं होगा। हालांकि अफगान लोगों में तालिबान के क्रूर शासन का खौफ है।
खासकर, महिलाओं में जिन्हें तालिबान के शासन में जुल्म सहना पड़े थे। महिलाओं को लग रहा है कि उनकी आजादी फिर से छिन जाएगी। अफगानिस्तान में तालिबान के कंट्रोल के बाद देश की पहली और सबसे कम उम्र की महिला मेयर जरीफा गफारी ने कहा कि मैं यहां बैठी हूं और उनके आने का इंतजार कर रही हूं।
मेरी या मेरे परिवार की मदद करने वाला कोई नहीं है। मैं बस उनके और अपने पति के साथ बैठी हूं। और वे मेरे जैसे लोगों के लिए आएंगे और मुझे मार देंगे। अशरफ गनी के नेतृत्व वाली सरकार के वरिष्ठ सदस्य भागने में सफल रहे पर 27 वर्षीय जरीफा गफारी का कहना है कि मैं कहां जाऊंगी?
तालिबान के पुनरुत्थान से कुछ हफ्ते पहले एक अंतरराष्ट्रीय दैनिक के साथ अपने इंटरव्यू में गफारी देश के बेहतर भविष्य की उम्मीद कर रही थीं, हालांकि रविवार को उनकी उम्मीदें धराशाई हो गईं।
2018 में गफारी ने 26 साल की उम्र में मैदान वर्दक प्रांत में अफगानिस्तान में सबसे कम उम्र की और पहली महिला मेयर बनकर इतिहास रच दिया था।