अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद दुनिया के देशों में चिंता है। भारत भी आतंकी संगठनों की सक्रियता को लेकर सतर्क है। इस बीच अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा ने तालिबान को अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने पर बधाई दी है। अलकायदा ने तालिबान को दिए अपने मैसेज में कश्मीर समेत दुनिया के उन इलाकों को आजाद कराने की बात कही ही, जो इस्लाम के दुश्मनों के कब्जे में है।
इस मैसेज से अंदाज लगाया जा सकता है कि आतंकी संगठनों नजर कश्मीर पर भी है। पाकिस्तान के नेता भी दबे-छुपे इस बात को कहते रहे हैं कि कश्मीर में आतंक फैलाने की साजिश में अब उसे तालिबान का साथ मिलेगा। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह से वापसी के एक दिन बाद अलकायदा ने यह मैसेज जारी किया है।
हालांकि भारतीय सेना कश्मीर में किसी भी तरह के नापाक मंसूबों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। अलकायदा ने बयान में कहा कि अब सीरिया, सोमालिया, यमन, कश्मीर और दुनिया भर में मौजूद इस्लाम की उस धरती को आजाद कराना है, जो इस्लाम के दुश्मनों के हाथों में है। ओ अल्लाह! पूरी दुनिया में इस्लाम के बंधक बने लोगों को आजादी दे।'
अलकायदा ने कहा कि हम लंबे समय से सीरिया, सोमालिया, फिलिस्तीन और कश्मीर को आजाद कराने की मांग करते रहे हैं। भारत ने भी मंगलवार को तालिबान से पहली बार औपचारिक बातचीत में यही अपील की है। भारत ने कहा है कि अफगानिस्तान की जमीन पर आतंकी गतिविधियां नहीं चलनी चाहिए। इसके अलावा देश छोड़कर जो लोग जाना चाहते हैं, उनका उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए। तालिबान ने भी कहा कि अब अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी और देश के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा, लेकिन अलकायदा का इस बयान से चिंताएं फिर बढ़ गई हैं।