काबुल। अफगानिस्तान में नई सरकार के ऐलान के बाद तालिबान ने फैसला किया है कि वह 9/11 को अमेरिका पर आतंकी हमले की 20वीं बरसी पर सरकार का शपथग्रहण समारोह नहीं करेगा। 11 सितंबर 2001 को अमेरिकी इतिहास के सबसे घातक आतंकवादी हमले में 2,977 लोग मारे गए थे।
बताया जा रहा है कि तालिबान अमेरिका के 9/11 आतंकी हमले की बरसी के मौके पर शपथ-ग्रहण समारोह आयोजित करने वाला था। सहयोगियों के दबाव के बाद उसने समारोह रद्द करने का फैसला किया है।
अफगान सरकार के सांस्कृतिक आयोग के सदस्य इनामुल्ला समांगानी ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा कि नई अफगान सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कुछ दिन पहले ही रद्द कर दिया गया था। लोगों को और भ्रमित न करने के लिए हमने नई सरकार गठन का फैसला लिया था और यह अब काम करना शुरू कर दिया है।
तालिबान ने उद्घाटन समारोह में रूस, ईरान, चीन, कतर और पाकिस्तान को आमंत्रित किया था। हालांकि रूस ने
स्पष्ट कर दिया था कि 9/11 की बरसी पर आयोजित होने वाले इस समारोह में वह शामिल नहीं होगा।
तालिबान की नई सरकार में प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद, उसके दोनों उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और मौलवी अब्दुल सलाम हनफी समेत कई नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काली सूची में शामिल हैं।