Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

इसे क्यों कहा जाए स्वयंवर...?

Advertiesment
हमें फॉलो करें इसे क्यों कहा जाए स्वयंवर...?

अनहद

IFM
एनडीटीवी इमेजिन पर चल रहा राखी का स्वयंवर एक-डेढ़ हफ्ते अच्छी टीआरपी हासिल करने के बाद ढलना शुरू हो गया है। टीवी पर भी स्टार वैल्यू काम करती है। राखी की स्टार वैल्यू और कार्यक्रम के अनूठेपन के कारण लोगों ने बड़ी दिलचस्पी से इसे देखना शुरू किया था। मगर अब साफ लग रहा है कि राखी ईमानदार नहीं हैं। कार्यक्रम भी बेईमानी से भरा है। इतना लंबा तो पौराणिक काल का भी कोई स्वयंवर नहीं चला होगा। कार्यक्रम की बड़ी खामियों में से एक यह है कि इसमें कोई स्पष्ट नियम कायदा नहीं है। राखी किससे शादी करेंगी और जिससे करेंगी उसीसे क्यों करेंगी, इसका कोई फार्मूला निर्धारित नहीं किया गया है। बस शो को खींचा जा रहा है।

अगर राखी की पसंद ही स्वयंवर का आधार है, तो फिर स्वयंवर जैसी कोई बात कहाँ बचती है? इस तरह तो हर लव मैरेज स्वयंवर है बल्कि हर मैरेज स्वयंवर है। बहुत-से रिश्ते आते हैं और लड़की किसी एक को पसंद करके हाँ कर देती है। लव मैरेज में भी यही होता है। बहुत-से लड़के प्रेम निवेदन करते हैं, लड़की किसी एक को पसंद करती है, फिर उसे परखती है, मुतमइन होने पर शादी कर लेती है।

स्वयंवर का मज़ा यह है कि फलाँ काम जो कर देगा उसी से शादी कर लूँगी। जैसे धनुष तोड़ना, जैसे मछली की आँख में तीर मारना। अगर इस तरह का कोई आइटम कार्यक्रम से जुड़ा नहीं है, तो इस तरह की जाने वाली शादी को स्वयंवर कैसे कहा जा सकता है। यहाँ तो राखी एक-एक करके सारे उम्मीदवारों को भगाती जा रही हैं। इसमें क्या नवाई है?

ब्रेक में तो विज्ञापन होते ही हैं, कार्यक्रम को भी विज्ञापन का ज़रिया बना लिया गया है। कमरे में रखे वॉटर प्यूरीफायर से लेकर ज्वेलरी और कपड़ों तक का छुपा हुआ प्रचार किया जा रहा है। कभी टीवी के कलाकार आकर कोई गेम खेल रहे हैं, तो कभी फैशन डिजाइनर आकर उमीदवारों को सजा रहे हैं। इस सब पर राखी की ओवर एक्टिंग और उनकी चीपनेस...। मिडिल क्लास ही नहीं एकदम थर्डक्लास...। फिर यह भी भरोसा नहीं कि किसी एक से राखी शादी कर ही ले।

मान लीजिए राखी मुकर जाएँ, तो दर्शक कहाँ मुकदमा लगाएँगे? ये और इस तरह के तमाम कारणों से राखी का शो जल्द ही बोर करने लगा है। किसी को क्या फर्क पड़ता है कि राखी किससे शादी करती हैं? करती भी हैं या ऐसे ही टाइमपास करती रहती हैं? हाँ अगर सचमुच का स्वयंवर हो और कोई ईमानदार फैसला होने वाला हो, तो देखा जाए। यहाँ तो फरेब ही फरेब है, जिसे दर्शक हर रात वर रहे हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi