उसके करम की बात न पूछो, साथ वो सब के होले है
इक दरवाज़ा बन्द अगर हो, सौ दरवाज़े खोले है।
- अज़ीज़ अंसारी
ईश्वर दयालु और मेहरबान है। प्रत्येक व्यक्ति पर वो अपना करम बरसाता रहता है। अगर किसी वजह से किसी के लिए एक रास्ता, एक दरवाज़ा बन्द हो जाता है तो वो उसके लिए अनेक रास्ते, अनेक दरवाज़े खोल देता है। आदमी को उसका शुक्र अदा करते रहना चाहिए औए उसके करम से मायूस नहीं होना चाहिए।