टोक्यो ओलंपिक में आज भारतीय महिला हॉकी टीम का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के साथ था। क्वार्टर फाइनल की उम्मीद को जिंदा रखने के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए इस मैच में जीत बहुत जरुरी थी। बीते दिन आयरलैंड के खिलाफ मिली 1-0 से जीत के बाद आज हमारी हॉकी टीम की खिलाड़ी काफी आत्मविश्वास में नजर आ रही रही थी।
पहले क्वार्टर के खेल में वंदना कटारिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला गोल करके भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि, साउथ अफ्रीका ने आखिरी मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारत को अंतिम क्षणों में एक पेनेल्टी कॉर्नर मिला था, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाया। पहले क्वार्टर के बाद स्कोर 1-1 से बराबरी पर रहा।
दूसरे क्वार्टर में वंदना कटारिया ने एक गोल कर भारत को बढ़त दिलाने में मदद की और यह गोल पेनेल्टी कॉर्नर के जरिए आया। भारत अब 2-1 से आगे था। इसके बाद टीम इंडिया को एक के बाद एक दो पेनेल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन दोनों बार हमारी टीम गोल करने में नाकाम रही। दूसरे हाफ तक का स्कोर 2-2 से बराबर रहा।
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारत ने एक और गोल दागा। मैच के 32वें मिनट में नेहा गोयल ने पेनेल्टी कॉर्नर के जरिए गोल दागा। अब भारत 3-2 से आगे था। अफ्रीकी टीम ने एक बार फिर से गोल करके स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। चौथे और आखिरी क्वार्टर में दोनों ही टीमें बढ़त हासिल करते हुए मुकाबला अपने नाम करना चाह रही थी।
अब मैच के अंतिम 15 मिनट खेल का परिणाम तय करने वाली थी। चौथे क्वार्टर में वंदना कटारिया ने पेनेल्टी कॉर्नर पर भारत के लिए चौथा और अपना हैट्रिक गोल लगाया। भारत अब 4-3 से आगे था। बता दें कि, वंदना कटारिया ओलंपिक में हैट्रिक लेने वाली भारतीय महिला हॉकी की पहली खिलाड़ी बनीं।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने ये मुकाबला 4-3 से जीतकर अपने नाम किया। इस जीत के साथ टीम के अभी भी नॉकआउट में जगह बनाने मी उम्मीद बरकरार है। अब टीम को यह दुआ करनी होगी कि आयरलैंड अपना आखिरी ग्रुप मैच हार जाए। अगर ऐसा हुआ तो महिला हॉकी टीम नॉकआउट में जगह बना लेगी।