प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई समय से ओलंपिक खिलाड़ियों से बातचीत कर रहे थे। टोक्यो रवाना होने से पहले ही मोदी ने कई युवा और अनुभवी खिलाड़ियों से लगातार बातचीत की थी। इस ओलंपिक में मोदी कितनी दिलचस्पी ले रहे थे इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि सुबह सात बजे भारत बनाम बेल्जियम के हॉकी के सेमीफाइनल को वह लाइव देख रहे थे।
इस मैच के बाद उन्होंने मनप्रीत सिंह से बात की और कहा था कि आपको दिल छोटा करने की कोई जरूरत नहीं है, ब्रॉन्ज मेडल मैच पर ध्यान केंद्रित कीजिए। बुधवार को महिला हॉकी टीम जब अर्जेंटीना से 1-2 से सेमीफाइनल हारी तब भी पीएम मोदी ने कमोबेश ऐसे ही कप्तान रानी रामपाल को ढाढस बंधाई और कहा कि अगले मैच की तैयारी करें।
यह बताता है कि मोदी अपने खिलाड़ियों की हार पर उनको वेल प्लेड कहना नहीं भूलते। साथ ही वह जब इतिहास रच देते हैं तो उनको शाबाशी देना भी नहीं भूलते। आज जब भारतीय हॉकी ने ओलंपिक में 41 सालों के पदक के सूखे को समाप्त किया तो ट्विटर पर तो प्रधानमंत्री ने बधाई दी ही सही लेकिन कप्तान मनप्रीत सिंह और कोच रीड से भी मोबाइल पर बातचीत की।
इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस कॉल में मनप्रीत सिंह मोदी से बधाई ले रहे हैं और कह रहे हैं कि सर आपकी प्रेरणा ने हमें काफी मदद की।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट के माध्यम से बधाई देते हुए कहा, “ टोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह ऐतिहासिक दिन हर भारतीय को याद रहेगा। कांस्य पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। इस उपलब्धि के साथ वह पूरे देश, खासकर हमारे युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी है। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।
ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है। हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं। ”