वर्ल्ड हैरीटेज के बतौर मशहूर खजुराहो और आसपास के इलाके में दो दर्जन से ज्यादा विकास कार्यों पर रु. 173 करोड़ से ज्यादा की रकम खर्च करने की तैयारी है।
देशी-विदेशी सैलानियों को ध्यान में रखते हुए खजुराहो के आसपास इस तरह की सुविधाएँ विकसित की जाएँगी ताकि यहाँ आने वाले पर्यटक सिर्फ खजुराहो के मंदिरों को देखकर ही वहाँ से चलते न बने। उन्हें सैर-सपाटे और आराम के लिए और भी सुविधाएँ हों।
खजुराहो पर्यटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में इन तमाम मुद्दों को ध्यान में रखते हुए कई फैसले हुए हैं। खजुराहो विमानतल को इंटरनेशनल बनाए जाने के साथ ही वहाँ सैलानियों की तादाद में भारी इजाफा होने की उम्मीद है।
एक जनवरी 2008 से 31 दिसंबर 2009 के दो वर्ष की अवधि में 2 लाख 94 हजार पर्यटक खजुराहो आए थे। इनमें से 79 हजार पर्यटक विदेशी थे। प्राधिकरण की बैठक में पूर्व आईएएस डॉ. ईश्वरदास ने राज्य शासन द्वारा 1978, 1991, 1995 तथा 1998 में खजुराहो क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
बैठक में बताया गया कि पर्यटन विकास निगम खजुराहो तथा आसपास 24 प्रकार के निर्माण कार्यों की योजना बनाई गई है। भोपाल के वीआईपी रोड की तरह बमीठा से खजुराहो सड़क पर 10 करोड़ खर्च करने का प्रस्ताव है तो इस रोड के किनारे 5 करोड़ की लागत से लैण्डस्केपिंग का काम भी होगा।