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जटायु ने जहां त्यागे प्राण, वहीं बन गया अब नेशनल पार्क

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''जब जटायु की अंतिम सांसें चल रही थी तब किसी ने उससे कहा कि जटायु तुम्हें मालुम था कि तुम रावण से युद्ध कदापि नहीं जीत सकते तो तुमने उसे ललकारा क्यों?
 
तब जटायु ने जवाब दिया था, 'मुझे पता था कि मैं रावण से युद्ध में नहीं जीत सकता पर अगर मैंने उस वक्त रावण से युद्ध नहीं किया होता तो भारतवर्ष की अनेक पीढ़ियां मुझे कायर कहती। अरे, एक भारतीय आर्य नारी का अपहरण मेरी आंखों के सामने हो रहा है और मैं कायरों की भांति बिल में पड़ा रहूं इससे तो मौत ही अच्छी है। मैं अपने सर पर  कायरता का कलंक लेकर जीना नहीं चाहता था इसलिए मैंने रावण से युद्ध किया।'' 
 
हम सभी जानते हैं कि जटायु माता सीता को बचाने के लिए रावण से उलझ लिए थे। उन्हीं जटायु की पवित्र स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए 'जटायु नेशनल पार्क' ठीक उसी जगह पर बनाया गया है जहां जटायु रावण से लड़ते हुए गिरे थे।

जानिए कहां बनी है जटायु की विशाल प्रतिमा
 
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर केरल पर्यटन में यह नया डेस्टिनेशन जुड़ रहा है। कोल्लम जिले के चदयामंगलम गांव में 'जटायु नेचर पार्क' लगभग बनकर तैयार है। जनवरी 2016 से जटायु नेशनल पार्क सभी के लिए खुल जाएगा। खास बात यह है कि इस पार्क में जटायु का दुनिया का सबसे बड़ा और खूबसूरत स्कल्पचर बनाया गया है।

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, यह वही जगह है जहां सीता का अपहरण कर ले जाते रावण से लड़ते हुए पक्षीराज जटायु गिरे थे। 65 एकड़ में फैले इस पार्क में रोमांच और मनोरंजन को बड़ी कलात्मकता और खूबसूरती से समायोजित किया गया है। केरल पर्यटन के इतिहास में जटायु नेचर पार्क एक नया मील का पत्थर साबित होगा। 
 
पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण जटायु का बारीकी से उत्कीर्ण स्कल्पचर है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा स्कल्पचर बताया जा रहा है। पहाड़ पर इसे 200 फीट लंबा, 150 फीट चौड़ा और 70 फीट ऊंचा बनाया गया है। इसे बनाने में 7 साल लगे। प्रोजेक्ट हेड और मलयालम फिल्ममेकर राजीव अंचल ने इसे 15000 स्क्वैयर फीट के प्लेटफार्म पर तैयार किया है। स्कल्पचर के साथ 6D थियेटर और डिजिटल म्युज़ियम भी तैयार है, जो जटायु की कथा की झलक दिखाएगा। पार्क में आयुर्वेद रिज़ार्ट, एडवेंचर स्पोर्ट्स और गेम ज़ोन भी है।

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कोल्लम से 28 किमी दूर बने इस नेचर पार्क पर केरल सरकार ने 100 करोड़ रुपए खर्च किए हैं और पर्यटकों को कला, इतिहास, संस्कृति, तकनीक, प्राकृतिक संपन्नता और रोमांच का अनुभव देने की कोशिश की है। जटायु स्टैच्यू के अलावा यहां आयुर्वेद केव रिजॉर्ट, एक डिजिटल म्युज़ियम, 6D थियेटर, आर्चरी, लेज़र टैग, राइफल शूटिंग रेंज, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग के अलावा और भी बहुत कुछ है। गेम ज़ोन है और साथ ही केबल कार है। यह केबल कार पूरे पार्क और आसपास का विहंगम दृश्य दिखाएगी। 
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आयुर्वेद केव रिज़ॉर्ट में आयुर्वेद और सिद्धा पद्धति उपचार दिया जाएगा। रिजॉर्ट में कई तरह के हेल्थ पैकेजेस होंगे। प्रोजेक्ट हेड राजीव अंचल बताते हैं, 'यह रिजॉर्ट खासकर सेलीब्रिटीज़ और प्रीमियम कस्टमर्स को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। 
 
यह पार्क इलाके के लोगों को कई बड़े प्रोजेक्ट्स से मदद देगा। इसमें रेनवॉटर हार्वेस्टिंग खास है। इस पार्क को BOT (Build=operate-transfer) पैटर्न पर बनाया गया है, जिसके लिए केरल सरकार और गुरुचंद्रिका बिल्डर्स में समझौता हुआ। गुरुचंद्रिका ने इस प्रोजेक्ट को फाइनेंस किया है। 

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