देहरादून। उत्तराखंड में अगले सप्ताह से हिमालय दर्शन योजना शुरू हो जाएगी जिसमें पर्यटकों को हेलीकाप्टर से प्रदेश में स्थित प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं को दिखाया जाएगा।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य के मुख्य सचिव एन. रविशंकर ने बताया कि वर्ष 2013 में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद प्रदेश में पर्यटकों का आना कम हो गया। पर्यटकों को राज्य की ओर दोबारा आकर्षित करने के लिए और सुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देने के लिए कई प्रकार की योजनाएं शुरू की जा रही हैं।
रविशंकर ने यह बात प्रदेश के भ्रमण पर आए राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय (एनडीसी) के अध्ययन दल के साथ विचार-विमर्श करते हुए कल शाम कहीं।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में इस बार शीतकालीन यात्रा भी शुरू की गई हैं, जबकि मामूली किराए पर हेलीकाप्टर के जरिए भी चारधाम यात्रा कराने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म आदि को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
रविशंकर ने कहा कि केदारनाथ सहित आपदा-ग्रस्त क्षेत्रों में पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है और किसी भी संभावित आपदा की स्थिति से निपटने के लिए हैलीपैड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और विकास का संतुलन बनाकर आगे बढ़ रहा हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में काफी प्रगति हुई है और पंचायती व्यवस्था को मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाओं का निर्माण पंचायतों द्वारा किया जाएगा, जबकि लघु और सूक्ष्म उद्योगों को भी विशेष सहूलियत दी जा रही हैं। अर्ध कुम्भ 2016 के लिए स्थायी प्रवृत्ति के कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
अध्ययन दल ने आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए किए गए राज्य के प्रयासों की सराहना की।