नई दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। सिसोदिया ने अपने बजट भाषण में कहा कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे कोविड-19 के प्रभाव से उबर रही है। 2022-23 के लिए बजट आवंटन 75,800 करोड़ रुपए हैं। बजट की 10 खास बातें...
-सिसोदिया ने कहा कि 2022-23 का बजट रोजगार बजट है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से 2.7 प्रतिशत अधिक है।
-कोरोना वायरस संक्रमण के बाद से दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख नौकरियां पैदा कीं।
-दिल्ली में पिछले 7 साल में 1.78 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला, जिनमें से 51,307 लोगों को सरकारी नौकरियां मिलीं।
-दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोविड-19 के मार से धीरे-धीरे उबर रही है। अगले 5 साल में 20 लाख नई नौकरियां पैदा की जाएंगी।
-डेढ़ लाख नौकरियां पैदा करने के लिए दिल्ली में 5 प्रसिद्ध बाजारों को विकसित किया जाएगा। इसके लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किए गए।
-दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल में खुदरा बाजार को बढ़ावा देने, दिल्ली होलसेल शॉपिंग फेस्टिवल से थोक बाजार को बढ़ावा देने का प्रस्ताव
-आगामी 5 साल में दिल्ली में कामकाजी आबादी 33 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो जाएगी।
-दिल्ली में नया इलेक्ट्रॉनिक शहर स्थापित किया जाएगा।
-वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली के बजट में नगर निकायों को 6,154 करोड़ रुपए आवंटित।
-देश के जीडीपी में दिल्ली की भागीदारी 2011-12 में 3.94 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 4.21 प्रतिशत हो गई है।