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बागपत की तीनों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

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बागपत। उत्तरप्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव के सियासी महासमर में जिले के तीनों सीटों पर  त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बने हुए हैं। बागपत जिला राजनीतिक दृष्टि से राष्ट्रीय लोकदल  (रालोद) के रूप में किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह और अजित सिंह का गढ़ माना जाता रहा  है।
 
कुछ अपवादों को छोड़कर यहां आमतौर पर रालोद का ही कब्जा रहा है, हालांकि पिछले  लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान यहां अन्य पार्टियों ने भी अपनी जड़ें मजबूत की हैं  जिसकी वजह से चौधरी अजित सिंह को भी 2 बार यहां से हार का मुंह देखना पड़ा। 
 
वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव में रालोद के गढ़ में से 3 विधानसभा क्षेत्रों से बागपत और बड़ौत  तो रालोद के कब्जे से बाहर हो गई और मात्र 1 सीट छपरौली पर ही जीत दर्ज कर ही संतोष  करना पड़ा। इस बार भी रालोद को अपनी साख बचाने के लिए अपनों से ही जूझना पड़ेगा।  जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर कुल 34 प्रत्याशी मैदान में हैं।
 
जाट बाहुल्य तीनों विधानसभा क्षेत्रों में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने जाट प्रत्याशियों को ही  मैदान में उतारा है। बागपत विधानसभा क्षेत्र में करीब 3 लाख 740 मतदाता अपने प्रतिनिधि  का चुनाव करेंगे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा),  समाजवादी पार्टी (सपा) और रालोद ने जाट प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
 
भाजपा प्रत्याशी योगेश धामा ने कुछ दिन पहले ही रालोद को छोड़कर भाजपा का दामन थामा  था और अब उसके प्रत्याशी के रूप में रालोद के सामने ही ताल ठोंक रहे हैं। रालोद ने योगेश  के सामने खतौली क्षेत्र के विधायक करतार भढ़ाना को उनके सामने उतारा है।
 
सपा और कांग्रेस गठबंधन ने भी जाट प्रत्याशी कुलदीप उज्ज्वल को टिकट दिया है। यहां  राष्ट्रीय लोकदल को जहां अपने पुराने हमसफर योगेश धामा का सामना करना पड़ेगा वहीं बसपा  प्रत्याशी अहमद हमीद से भी जूझना पड़ेगा।
 
बडौत विधानसभा सीट पर भी रालोद को अपने ही पुराने नेता केपी मलिक से मुकाबला करना  पड़ रहा है। वे भी अभी हाल में रालोद छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे और अब रालोद के  सामने विपक्षी के रूप में डटे हैं। इसके अलावा सपा छोड़कर रालोद का दामन थामने वाले पूर्व  विधायक साहब सिंह को रालोद ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
 
बसपा ने अपने विधायक लोकेश दीक्षित को ही मैदान में उतारा है तो सपा ने जाट समुदाय से  पहलवान शोकेंद्र तोमर को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर भी रालोद को अपनों से ही  टक्कर होनी है। आगामी 11 फरवरी को अपने प्रतिनिधि का चुनाव करने के लिए 2 लाख 87  हजार मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग करेंगे। (वार्ता)

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