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आजादी के छ: दशक बाद भी उत्तरप्रदेश के इस गांव में छाया है अंधियारा

हमें फॉलो करें आजादी के छ: दशक बाद भी उत्तरप्रदेश के इस गांव में छाया है अंधियारा

संदीप श्रीवास्तव

, शनिवार, 18 फ़रवरी 2017 (16:18 IST)
आज के इस चकाचौंध के समय में आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजादी के इतने सालों बाद भी उप्र का एक देश अंधियारे में है। उत्तरप्रदेश के अमेठी जिले में एक गांव ऐसा है, जहां आज भी छोटे-छोटे बच्चे अपनी पढ़ाई लालटेन की रोशनी में करते है और महिलाएं मिटटी के तेल की डिबरी की रोशनी में खाना पकाती हैं।
अमेठी जिले का ये गांव जिले के अधोगिक क्षेत्र जगदीश पुर के ही अंतर्गत ग्राम सभा कठोरा का ग्राम मेढाई लोध का पुरवा जिसमे कहने को तो राजीव गांधी विद्युतीकरण के अंतर्गत खंभे खड़े कर उनमें तार भी दौड़ा दिया गया। इतना ही नहीं, बिजली कनेक्शन के लिए गांव के लोगों ने 1200 रुपए भी जमा कर दिए व बिजली का मीटर भी लगा दिया गया, लेकिन बिजली का करंट आज तक इन खंभों से गांव में रहने वालो के घर तक नहीं दौड़ सका। 
 
गत कई वर्षों से गांव में लगाए गए बिजली के खंभे व तार केवल शोपीस ही रह गए। गांववालों ने बिजली की उम्मीद भी अब छोड़ दी,  क्यों कि हर बार के चुनाव में इन गांववासियों को केवल झूठा आश्वासन ही मिला जो कि इस बार भी चुनाव लड़ रहे नेतागण दे रहे हैं, क्या इस गांव के मतदाता इस बार भी ठगे जाएंगे या फिर है कोई जो कि इनकी सुध ले सके। 
 
वेबकास्टिंग 187 बूथों पर : सुल्तानपुर जिले में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार 187 बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिसे आईटीआई से सफल युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है। चुनाव के दिन किसी परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए 187 बूथों पर वेबकास्टिंग संचालित करने वाले सभी कर्मियों का प्रशिक्षण भी कराया जा चुका है जिससे मतदान प्रतिशत की जानकारी नियमित रूप से मिलती रहे। किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न होने पाए।

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