अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मतगणना स्थल पर EVM की निगरानी करने के लिए अलर्ट किया है। सोनभद्र के राबर्ट्सगंज में मंगलवार को काउंटिंग स्थल के अंदर सरकारी वाहन से पेपर मुहर ले जाते हुए सरकारी कर्मचारियों को सपा कार्यकर्ताओं ने रोक दिया है। मतगणना स्थल पर सरकारी वाहन रोके जाने से हड़कंप मच गया है।
रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के लोढ़ी स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में EVM मशीनों में को रखा गया है। सभी पार्टियों के प्रत्याशियों का भाग्य इन्हीं EVM मशीनों में कैद है। 10 मार्च को यह तय हो जाएगा कि कौन विधायक बना है और उत्तरप्रदेश में किसकी सरकार बन रही है। एग्जिट पोल के नतीजों ने विपक्ष की नींद उड़ा दी है, जिसके चलते समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश ने कहा है कि सरकार सपा बना रही है, मतगणना में गड़बड़ी न हो जाए, इसके लिए सपाई खुद ईवीएम की निगरानी करें।
मंगलवार को सोनभद्र जिले में सपाइयों ने मतगणना स्थल पर दो सरकारी वाहनों को रोक लिया। इन लोगों का आरोप है कि प्रशासन बैलेट पेपर को बदलवाने की तैयारी कर रही है। एसडीएम की गाड़ी में बैलट पेपर मिला और पिकप में चुनाव में इस्तेमाल होने वाली सामग्री मिली। सपा कार्यकर्ताओं ने मतगणना केंद्र की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए हंगामा कर दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मतगणना स्थल के बाहर कैमरे भी नहीं लगाए गए हैं। दो सरकारी वाहनों में गठरी व बक्से मौजूद है, जिसमें खाली बैलेट पेपर, स्याही और मुहर मौजूद है। ये खबर शहर में आग की तरह फैल गई और मौके पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता ने पहुंच कर हंगामा काटा। हंगामे की सूचना पर एडीएम, आरओ, पुलिस बल सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गये।
आरओ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक वाहन में बक्से में रखे हुए है, ईवीएम का पेपर जमा करने के लिए लाया जा रहा था। वही दूसरे वाहन में गठरी में रखे पेपर की आरओ को जानकारी नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि खाली बैलेट पेपर ट्रेजेडी में जमा होते है, यहां क्यों लायें गये है, उसका उनके पास सही जबाव नही था। वह कभी चाय पीने जाने की बात करते है या बात घुमाते नजर आ रहें है। वही सपा कार्यकर्ताओं का आरोप यह भी है कि इन पेपरों मौके पर मुहर के साथ अन्य सामग्री भी मिली है, जो गड़बड़ी की आशंका को बल दे रही है।
समाजवादी के नेताओं ने फोन से इसकी सूचना लखनऊ सपा मुख्यालय को दे दी है। वही अब वह लखनऊ लिखित शिकायत भेज रहे है। जब तक लखनऊ से उनके पास कोई निर्देश नही आ जाता, तब तक वह मतगणना स्थल पर डटे रहकर निगरानी करेंगे।