वॉशिंगटन। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ ग्रहण वाले दिन यानी अगले बुधवार की सुबह वॉशिंगटन छोड़ देंगे। उल्लेखनीय है कि ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वे जो के शपथ समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस दौरान ट्रंप के फ्लोरिडा में रहने की उम्मीद है।
दरअसल, ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया जा रहा है। उनका कार्यकाल समाप्त होने से कुछ दिन पहले 14 जनवरी को प्रतिनिधि सभा ने पिछले सप्ताह कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में हुई हिंसा के मद्देनजर उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया था।
ट्रंप की समर्थकों से अपील : बिडेन के पद संभालने से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे किसी भी हिंसा का सहारा न लें और शांति बनाए रखें।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि 20 जनवरी को सत्ता का हस्तांतरण होना है। उन्होंने सभी अमेरिकियों से आह्वान किया है कि देश में तनाव के माहौल की बजाय शांति बनाए रखें।
उन्होंने प्रदर्शनों की रिपोर्ट मिलने पर कहा कि मेरा सभी से आग्रह है कि किसी भी प्रकार की कोई हिंसा और कोई बर्बरता नहीं होनी चाहिए। सभी को शांति बनाए रखना जरूरी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इसके समर्थन में मैं नहीं हूं और न ही अमेरिका इसका समर्थन करता है। मैं सभी अमेरिकियों से तनाव को कम करने और देश में शांति बनाए रखने में मदद करने की अपील करता हूं।
ट्रंप समर्थक कर सकते हैं हिंसा : खुफिया रिपोर्टों में बताया गया है कि ट्रंप के समर्थक हिंसा का कारण बन सकते हैं और जो बिडेन के सत्ता हस्तांतरण के दिन ट्रंप समर्थक हिंसा कर सकते हैं। आगामी 20 जनवरी को समारोह के दौरान शांति बनाए रखने के लिए वॉशिंगटन और व्हाइट हाउस में लगभग 20 हजार नेशनल गार्ड तैनात किए जाएंगे। नव निर्वाचित राष्ट्रपति बिडेन को भी इन आशंकाओं और सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई है।