ह्यूस्टन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के दो सप्ताह रह गए हैं और इस समय तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी जो बिडेन के हिंदू समर्थकों के बीच राजनीतिक विभाजन गहराता जा रहा है।
ट्रंप और बिडेन के चुनावी अभियानों में हिंदुओं को लुभाने की कोशिश हो रही जो इस समुदाय की बढ़ती राजनीतिक प्रमुखता का संकेत है। हिंदू अमेरिका में चौथा सबसे बड़ा समुदाय है, जो 2016 के आंकड़े के अनुसार अमेरिका की आबादी का लगभग एक प्रतिशत है।
सितंबर में बाइडेन ने अपने चुनावी अभियान में 'हिन्दू अमेरिकन्स फॉर बिडेन' की शुरुआत की, जबकि अगस्त में ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान ने हिन्दू समुदाय के 20 लाख से अधिक सदस्यों को आकर्षित करने के अपने प्रयासों के तहत 'हिंदू वॉयसेज फॉर ट्रंप' के गठन की घोषणा की।
ट्रंप और बिडेन के अमेरिकी हिंदू समर्थकों के बीच रविवार को '2020 का राष्ट्रपति चुनाव: अमेरिकी हिंदू मुद्दों पर एक बहस' नामक वेबिनार में हुई एक ऑनलाइन बहस से पता चलता है कि अमेरिका में हिंदू समुदाय के बीच स्पष्ट राजनीतिक विभाजन है।
हिंदू समुदाय के एक समूह ने आरोप लगाया कि बिडेन को मुसलमानों का समर्थक बताया तो दूसरे ने ट्रंप पर 'नस्लवादी' होने का आरोप लगाया। (भाषा)