US elections : राष्ट्रपति चुनाव के करीब आते ही अमेरिका की सियासत गरमाती नजर आ रही है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच वार पलटवार का दौरा जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के ट्रंप समर्थकों पर दिए एक बयान पर बवाल मच गया।
बाइडन, कुछ दिन पहले एक हास्य कलाकार द्वारा की गई एक मजाकिया टिप्पणी को लेकर अपनी बात रख रहे थे जिसमें हास्य कलाकार ने ट्रंप की रैली में प्यूर्टो रिको की तुलना कचरे के द्वीप से की थी। बाइडन ने लैटिनो मतदाताओं के लिए एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कहा कि मैं जो कचरा वहां तैरता हुआ देख रहा हूं, वह उनके समर्थक हैं।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही उनकी रैली में एक वक्ता ने प्यूर्टो रिको को कूड़े का तैरता हुआ द्वीप कहा था। खैर, मैं आपको कुछ बताना चाहता हूं। मैं उस प्यूर्टो रिको वासी को नहीं जानता। जिस प्यूर्टो रिको को मैं जानता हूं वह मेरे गृह राज्य डेलावेयर में है और वहां के लोग अच्छे, सभ्य, सम्माननीय हैं।
रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने पेन्सिलवेनिया के एलेनटाउन में ट्रंप के हजारों समर्थकों के सामने इस टिप्पणी का मुद्दा उठाया। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इसकी निंदा की।
एलेनटाउन में एक रैली में ट्रंप ने बाइडन की टिप्पणी को भयानक बताया और इसकी तुलना हिलेरी क्लिंटन की 2016 में की गई एक टिप्पणी से की, जब उन्होंने ट्रंप के कुछ समर्थकों को निंदनीय कहा था।
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला करते हुए उन्हें अस्थिर और बदला लेने के लिए जुनूनी बताया तथा अमेरिकियों से उनकी अराजकता एवं विभाजनकारी सोच को अस्वीकार करने का आग्रह किया।
उपराष्ट्रपति हैरिस ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम प्रमुख भाषण में स्वयं को एक योद्धा के रूप में प्रस्तुत किया, जो नेतृत्व की नई पीढ़ी का सूत्रपात करेगी। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप खुद से असहमत अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ अमेरिका की सेना का उपयोग करने का इरादा रखते हैं। इन लोगों को वह अंदर का दुश्मन कहते हैं। यह राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं है जो आपके जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोच रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर को चुनाव होगा। इसमें 60 वर्षीय हैरिस का 78 वर्षीय ट्रंप से मुकाबला है। ट्रंप को पिछले राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
Edited by : Nrapendra Gupta