US presidential debate : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस बीच पहली प्रेसिडेंसियल डिबेट में जोरदार बहस देखने को मिली। रूस युक्रेन युद्ध और इजराइल हजास की जंग को लेकर दोनों ने एक दूसरे पर जमकर हमले किए। इस बीच पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो यहां तक कह गए कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बन गईं, तो मुझे लगता है कि दो साल में इजराइल खत्म हो जाएगा।
बहस के दौरान जब कमला हैरिस से पूछा गया कि आपने कहा था कि इजराइल को आत्मरक्षा का हक है, लेकिन यह भी कहा कि निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा होनी चाहिए। अब जब 40,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, लगभग 100 इजराइली बंधक अब भी फंसे हैं, और कोई समझौता नहीं हो रहा है, तो आप इस स्थिति को कैसे सुलझाएंगी?
कमला हैरिस ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहले हमें समझना होगा कि यह स्थिति कैसे बनी। 7 अक्टूबर को, आतंकी संगठन हमास ने 1200 इजराइली नागरिकों का नरसंहार किया, जिनमें से कई लोग सिर्फ एक संगीत समारोह में भाग ले रहे थे। महिलाओं के साथ बेहद बर्बरता की गई। मैंने तब भी कहा था और आज भी कहती हूं - इजराइल को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है। अगर हमारे देश पर ऐसा हमला होता, तो हम भी यही करते। उन्होंने कहा कि यह भी सच है कि बहुत से निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं - बच्चे, माताएं, और यह अस्वीकार्य है। हमें यह युद्ध तुरंत समाप्त करना होगा। इसके साथ ही, हमें Two Nation Solution की दिशा में बढ़ना होगा। उन्होंने वादा किया कि इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार हमेशा मिलेगा।
इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता। चार साल तक मेरे रहते रूस ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया, लाखों लोग मारे नहीं गए। मैं पुतिन को बहुत अच्छी तरह जानता हूं, वो ऐसा कभी नहीं करते। अब जब कमला इजराइल की बात कर रही हैं, वो तो इजराइल से नफरत करती हैं।
उन्होंने कहा कि नेतन्याहू जब कांग्रेस में महत्वपूर्ण भाषण देने आए थे, तो कमला उनसे मिलने तक नहीं गईं। अगर ये राष्ट्रपति बन गईं, तो मुझे लगता है कि दो साल में इजराइल खत्म हो जाएगा। बात सिर्फ इजराइल की नहीं है, कमला के रहते पूरी दुनिया जल जाएगी।
कमला ने भी पलटवार करते हुए कहा कि ये बिल्कुल गलत है। मेरा पूरा करियर, मेरी पूरी जिंदगी इज़रायल और वहां के लोगों का समर्थन करती आई है. ट्रंप जानते हैं कि वो गलत हैं, और वह सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति में हमेशा कमजोर और गलत साबित हुए हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta