नई दिल्ली। मोदी सरकार ने चीन को बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। सरकार ने 12 हजार रुपए से कम के चीनी स्मार्टफोन बंद करने के साथ ही मोबाइल कंपनियों के लिए उत्पादन की सीमा भी तय कर सकती है।
कम रेंज के स्मार्टफोन मार्केट में चीनी मोबाइल कंपनियों का कब्जा है। कहा जा रहा है कि चीन की मोबाइल फोन कंपनियां फोन निर्माण में पारदर्शी रवैया नहीं अपना रही है। इससे सरकार को राजस्व को नुकसान हो रहा है। घरेलू फोन निर्माता कंपनियां भी इनसे इसी वजह से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रही है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने पिछले एक साल में भारत में फोन बनाने वाली शाओमी, ओप्पो, वीवो जैसी प्रमुख चीनी मोबाइल कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान इन कंपनियों की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई।
ED ने मनी लांड्रिंग केस में वीवो के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद कंपनी ने रिक्वेस्ट की थी देश में बिजनेस चलाने के लिए उनका अकाउंट अनफ्रीज किया जाए।
इस सेगमेंट में चीन की कंपनियों पर रोक लगने से लावा, माइक्रोमैक्स जैसी कंपनियों को काफी फायदा हो सकता है। साथ ही सैमसंग जैसी कंपनियों के बाजार पर भी बड़ा असर पड़ेगा।