नई दिल्ली। बचतकर्ताओं को संतोष देने वाले एक निर्णय के तहत सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (एनएससी), लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) जैसी लघु बचत योजनाओं पर एक जुलाई से शुरू होने वाली दूसरी तिमाही के लिए ब्याज दरों को पूर्ववत रखा है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में एनएससी पर 6.8 प्रतिशत और पीपीएफ पर 7.1 प्रतिशत सालाना की ब्याज दर बनी रहेगी।
वित्त मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है, वित्त वर्ष 2021-22 की एक जुलाई 2021 को शुरू होकर 30 सितंबर 2021 को समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही के दौरान विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की दर मौजूदा पहली तिमाही (एक अप्रैल 2021 से 30 जून 2021) में लागू दरों पर ही बनी रहेंगी।
सरकार ने इससे पहले एक अप्रैल को पहली तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर में 1.1 प्रतिशत की कटौती को गलती से हुआ बताकर तुरंत वापस ले लिया था। इससे पहली तिमाही की ब्याज दरें पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही की दरों पर बनी रहीं। इस कटौती को जिसे सरकार ने वापस ले लिया था, कइयों ने पिछले कई दशकों में सबसे बड़ी कटौती बताया।
लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की प्रत्येक तिमाही समीक्षा की जाती है। दूसरी तिमाही के दौरान एक साल की सावधि जमा योजना पर बयाज दर 5.5 प्रतिशत पर बनी रहेगी। वहीं कन्या बचत योजना सुकन्या स्मृद्धि योजना खाते पर 7.6 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज मिलता रहेगा। पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर 7.4 प्रतिशत ब्याज देय होगा। वहीं बचत जमा पर ब्याज की दर चार प्रतिशत सालाना बनी रहेगी।(भाषा)