आज व्हाट्सएप्प है, टेलीग्राम है, ईमेल है और इंटरनेट की मदद से संदेश भेजने के तमाम तरीके हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब यह सबकुछ नहीं था। शुरुआत सिर्फ एक साधारण से टेक्स्ट मैसेज (एसएमएस) से हुई। लेकिन जब दुनिया में सबसे पहली बार यह मैसेज किसी को भेजा गया तो इसे चमत्कार की तरह मानकर पूरी दुनिया हैरान थी।
आइए जानते हैं कब भेजा गया था दुनिया का सबसे पहला मैसेज और क्या लिखा था उसमे। अब वो मैसेज एनएफटी के जरिए बेचा गया है।
पहला मैसेज 3 दिसंबर 1992 को लंदन के इंजीनियर नील पापवर्थ ने भेजा था। उन्होंने अपने कंप्यूटर से अपने दोस्त रिचर्ड जार्विस के फोन पर यह संदेश भेजा था। ये यूके टेलीकम्युनिकेशन कंपनी वोडाफोन के तत्कालीन डायरेक्टर भी थे।
आज एसएमएस आपके लिए काफी आम है और हर कोई एसएमएस के जरिए बातचीत कर रहा है। मगर, काफी पहले ऐसा नहीं था और जब पहला मैसेज भेजा गया था तो काफी लोग हैरान रह गए थे। साल 1992 में ऐसा पहली बार किया गया था, जब पहला मैसेज भेजा गया था। अब ये मैसेज इसलिए चर्चा में है, क्योंकि इस मैसेज को बेच दिया गया है।
बता दें कि जार्विस ने यह मैसेज 6 किलो के ऑर्बिटल 901 फोन पर कंपनी में क्रिसमस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रिसीव किया था। इसमें क्रिसमस की शुभकामनाएं लिखी थीं, जिसमें मैरी क्रिसमस का बधाई संदेश एसएमएस के जरिए भेजा था।
अब यह मैसेज एनएफटी के जरिए बेचा गया और यह 149,729 डॉलर यानी करीब 1.13 करोड़ रुपये में बिका है।