जुलाई में कई नियमों में बदलाव हो रहे हैं। कहीं आपको महंगाई में झटका लगने वाला है। आइए जानते हैं कहां मिलेगी आपको राहत और कहां लगेगा महंगाई का झटका। क्रेडिट और डेबिट कार्ड के प्रयोग को लेकर क्रिप्टो में निवेश या फिर सबसे महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज पैन कार्ड से जुड़े कुछ बदलाव किए जा रहे हैं।
1. डेबिट और क्रेडिट कार्ड रहेगा सुरक्षित : यदि आप भी क्रेडिट या डेबिट कार्ड का यूज और ई-कॉमर्स पर पर शॉपिंग करते हैं तो 1 जुलाई से आपकी डेटा सुरक्षा में बदलाव होने जा रहा है। अब पेमेंट गेटवे, मर्चेंट, पेमेंट एग्रीगेटर और अधिग्रहण करने वाले बैंक कार्ड के विवरण को सुरक्षित नहीं रख सकेंगे। इससे यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहेगा।
2. एलपीजी के दामों में बदलाव : जुलाई से देश में सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव हो सकता है। हर महीने की 1 तारीख को तेल विपणन कंपनियां रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती है। घरेलू रसोई गैस की कीमतें टैक्स के कारण एक राज्य से दूसरे राज्य में अलग-अलग होती हैं। अब देखते हैं इससे एलपीजी की कीमतें घटती हैं या फिर इसमें बढ़ोतरी होती है।
3. महंगी होंगे हीरो के बाइक और स्कूटर : दोपहिया वाहन विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प अपने वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी कर रही है। कंपनी ने ऐलान किया है कि वह अपने वाहनों की कीमतों में 3,000 रुपए तक की बढ़ोतरी करेगी। कंपनी ने कहा कि लगातार बढ़ रही महंगाई और जिंसों की कीमतों में तेजी के प्रभाव को कम करने के लिए उसे यह निर्णय लेना पड़ा है। दोपहिया वाहनों की कीमतों में वृद्धि अलग- अलग मॉडल और बाजार की स्थिति के अनुसार तय की जाएगी। टाटा ने भी अपने वाहनों की कीमतों को बढ़ा दिया है। नई कीमतें 1 जुलाई से लागू होंगी। टाटा मोटर्स ने वाहनों की कीमतों में इजाफा कर दिया है। कंपनी ने बयान में कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की कीमतों में मॉडल और उसके वैरिएंट के हिसाब से 1.5 से 2.5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी जो 1 जुलाई से लागू होगी।
4. डीमैट के लिए जरूरी होगा केवाईसी : 1 जुलाई से शेयर बाजार में निवेश करने वाले कई लोगों के डीमैट खाते बंद हो सकते हैं। 1 जुलाई से सभी डीमैट खातों के लिए केवाईसी आवश्यक होगा। इसकी अंतिम तारीक 30 जून 2022 थी। डीमैट खाते में शेयरों और प्रतिभूतियों को रखने की सुविधा दी जाती है।
5. क्रिप्टो पर टीडीएस : क्रिप्टो करेंसी सेक्टर में भारी उथल-पुथल बाद बड़ी संख्या में लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टो बाजार के मुताबिक भारत में 90 मिलियन से अधिक क्रिप्टो निवेशक हैं। नए बदलावों के तहत 1 जुलाई, 2022 से आप अगर 1 साल में क्रिप्टोकरेंसी में 10,000 रुपए से ज्यादा का लेन-देन करते हैं तो आपको 1 प्रतिशत टीडीएस देना होगा। आयकर विभाग ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (वीडीए) के लिए टीडीएस के प्रकटीकरण मानदंडों को अधिसूचित किया है। सभी एनएफटी या डिजिटल मुद्राएं इसके अंतर्गत आएंगी।