चित्रकूट/लखनऊ (यूपी)। चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र के खोपा गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 5 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। इस सिलसिले में उपजिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक समेत 8 अधिकारियों तथा कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है और 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण ने सोमवार को बताया कि चित्रकूट जिले के खोपा गांव में शराब पीने से अब तक 5 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती कराए गए 2 लोगों की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि सीताराम (60) की मौत शनिवार की शाम गांव में ही हो गई थी। मुन्ना सिंह (40) की मौत रविवार सुबह राजापुर के एक निजी अस्पताल में हुई। सत्यम (22) और दुर्विजय सिंह (32) ने प्रयागराज ले जाते समय कौशांबी जिले के मंझनपुर में दम तोड़ दिया था। आईजी ने बताया कि बबली सिंह (38) की मौत रविवार देर रात प्रयागराज के अस्पताल में इलाज के दौरान हुई और गंभीर रूप से बीमार निवर्तमान ग्राम प्रधान मनोहर और छोटू उर्फ विवेक (24) का अभी इलाज चल रहा है।
इस बीच राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए राजापुर के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) राहुल कश्यप विश्वकर्मा, पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) रामप्रकाश, जिला आबकारी अधिकारी चतर सेन, आबकारी निरीक्षक अशरफ अली सिद्दीकी को रविवार देर शाम निलंबित कर दिया।
आईजी ने बताया कि इस मामले में स्थानीय स्तर पर बीट के उपनिरीक्षक (एसआई) बृजेश पांडेय, सिपाही भूपेंद्र सिंह तथा एक अन्य सिपाही के साथ साथ लेखपाल राजेश कुमार को भी निलंबित किया जा चुका है। साथ ही गांव के चौकीदार सुनील कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में बरद्वारा शराब ठेके के मालिक रामप्रकाश यादव, खोपा गांव के परचून दुकानदार त्रिलोक सिंह और 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शराब ठेका और परचून की दुकान को भी सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शराब जहरीली थी या नहीं, यह जांच से स्पष्ट होगा। मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। (भाषा)