आगरा। अयोध्या से आगरा पहुंचे तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु आचार्य परमहंस ने ऐलान किया था कि वह भगवा वस्त्र और ब्रह्मदंड धारण करके मंगलवार दोपहर 12 बजे ताजमहल में करके ताजमहल में पूजन और शुद्धिकरण करेंगे। क्योंकि ताजमहल तेजोमहालय यानी शिव मंदिर है। जिसके चलते आगरा पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया। आगरा ताजमहल में प्रवेश करने से पहले ही परमहंस को आलाधिकारियों ने रोक लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक आचार्य जब एक होटल से दूसरे होटल में जा रहे थे, तभी डिप्टी एसपी, एडिशनल एसपी समेत पुलिस फोर्स ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया।
आचार्य परमहंस ने नाराजगी जताते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि मैं भगवा पहनकर ब्रह्म दंड के साथ ताजमहल में प्रवेश करना चाहता था। लेकिन भगवा पहनने के कारण ही मुझे बार-बार रोका जाता है, जबकि आज ईद की नमाज के लिए टोपी पहने कई लोगों को ताजमहल में प्रवेश करने दिया गया। मैं संत समाज से हूं, भगवा धारण करने के कारण मुझे रोका जा रहा है। यह मेरा नहीं बल्कि भगवा का भी अपमान किया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वह न्याय के लिए प्रदर्शन करेंगे, पूरे देश का संत समाज प्रदर्शन में शामिल होगा।
भगवा वस्त्र के कारण रोका : परमहंस आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भगवा पहनने के कारण उन्हें पहली बार नही रोका गया है, विगत 27 अप्रैल को जब वह आगरा आए लेकिन भगवा धारण करने के कारण उन्हें ताजमहल में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इसके बाद एएसआई अधिकारी ने माफी मांगते हुए उन्हें दोबारा ताजमहल आने का निमंत्रण दिया था। इसलिए आज फिर से ताजमहल देखने जा रहे थे, लेकिन भगवा वस्त्र के कारण रोक दिया गया है।
परमहंस को भगवा पहनने के कारण ताजमहल में प्रवेश न देने के चलते हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त है। आचार्य के शिष्य रवि दूबे को पुलिस हिरासत में लिया है और जगतगुरु परमहंस को आगरा के कीठम गेस्टहाउस ले आई है, जहां पर नाराज परमहंस आचार्य ने विरोध स्वरूप अन्न-जल ग्रहण का त्याग कर दिया है।
जगतगुरु ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर भगवा का अपमान नही सहेंगे। उन्होंने अपने मंसूबों को स्पष्ट करते हुए यह भी कहा है कि वह किसी भी कीमत पर अयोध्या तब तक वापस नही होंगे, जब-तक उन्होंने तेजोमहालय में जाने की जब तक नहीं मिलेगी। फिलहाल परमहंस आचार्य का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।