लखनऊ। उत्तरप्रदेश में हर्षोल्लास के साथ दीपावली का त्योहार मनाया गया लेकिन इस दौरान जमकर हुई आतिशबाजी के चलते प्रदेश के कई शहरों को प्रदूषण ने पूरी तरह से जकड़ लिया है और हालात कुछ इस कदर हो गए हैं कि कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज,और मेरठ के एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब हो गया है और हवा अब सांस लेने लायक नहीं बची है।
उत्तरप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के द्वारा जारी किए गए रात 10 बजे के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो रात 10 बजे के आंकड़ों के मुताबिक पटाखों के चलते प्रदूषण सीवियर कंडीशन में पहुंच गया है, जो इंसान की सांसों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है।
सुबह से ही दिख रहा है असर : देर रात्रि आतिशबाजी के बाद सुबह से ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है और पूरे शहर में धुंध सी छाई हुई है यह धुंध की चादर प्रदूषण की है और चारों तरफ धुआं ही धुआं दिखाई पड़ रहा है जिसके चलते डॉक्टरों ने बुजुर्गों को घर में रहने की सलाह दी है क्योंकि इस धुंध का असर सांस के मरीजों पर ज्यादा देखने को मिलता है।
शहरों की भी हवा हुई जहरीली : दीपावली त्योहार में हुई आतिशबाजी के बाद उत्तरप्रदेश के प्रमुख शहरों की हवा भी जहरीली हो गई है और सभी बड़े शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर को पार कर गया। वैसे भी प्रदूषण के मामले में कानपुर और लखनऊ टॉप-5 शहरों में रहते हैं। देर रात के बाद से कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज और मेरठ के एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब हो गया है और हालात चिंताजनक बने हुए हैं।
क्या है शहरों के AQI की स्थिति : उत्तरप्रदेश के शहरों के AQI पर नजर डालें तो कानपुर 391, आगरा 280, गोरखपुर 325, नोएडा 441, गाजियाबाद 431, मेरठ 363, वृंदावन 376, लखनऊ 315, मुरादाबाद 305, प्रयागराज 306, वाराणसी 257 है।