लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी पराजय के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लल्लू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर अपना इस्तीफा सौंपा और मंगलवार रात को इस पत्र को ट्विटर पर साझा कर यह जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं उप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर भरोसा जताने के लिए शीर्ष नेतृत्व का आभार। कार्यकर्ता के तौर पर आम आदमी के अधिकारों की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
गांधी को लिखे पत्र में लल्लू ने कहा कि मैं अजय कुमार लल्लू अध्यक्ष, उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी सादर अवगत कराना चाहता हूं कि विगत दिनों प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के समस्त पदाधिकारियों ने इस चुनाव में पूरी मेहनत और लगन से पार्टी के लिए काम किया और साथ ही संगठन को ग्राम स्तर तक पहुंचाया।
उन्होंने लिखा कि समय-समय पर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ हमने संघर्ष किया, लेकिन इस चुनाव में हमें अप्रत्याशित रूप से हार का सामना करना पड़ा, इस हार की मैं नैतिक रूप से जिम्मेदारी लेते हुए अपने अध्यक्ष पद के दायित्व से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि आप सब ने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर भरोसा करते हुए उत्तरप्रदेश का अध्यक्ष बनाया, इसके लिए मैं जीवनभर आभारी रहूंगा और पार्टी के लिए सदैव पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा।
गौरतलब है कि 7 चरणों में संपन्न हुए उप्र विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को हुई और कांग्रेस पार्टी को मात्र 2 सीटों पर जीत मिली। पिछली 17वीं विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता रहीं आराधना मिश्रा 'मोना' प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत रामपुर खास सीट से चुनाव जीतीं जबकि महराजगंज जिले की फरेंदा विधानसभा सीट से वीरेंद्र चौधरी चुनाव जीते। कुशीनगर जिले की तमकुहीराज विधानसभा सीट से 2 बार से चुनाव जीत रहे अजय कुमार लल्लू खुद चुनाव हार गए और तीसरे नंबर पर चले गए।